चेन्नई और पुणे से आई थी टीम जेडटीसीसी के नेतृत्व में मरीज को मेडिकल के ट्रॉमा केयर सेंटर में भर्ती किया गया। उसके बाद 12 दिसंबर की रात चेन्नई और पुणे की टीम नागपुर पहुंची। मरीज के हार्ट को सुबह 9.30 बजे निकाला गया और 9.45 पर ग्रीन कॉरिडोर बना कर मेडिकल से विमानलत पहुंचाया गया। वहां से सुबह 10 बजे को विमान से चेन्नई भेजा गया। वहीं लीवर 10.45 बजे निकाल कर विमानतल से पुणे के लिए 11 बजे रवाना किया गया।
यह रहे टीम में शामिल डॉक्टरों की टीम में जेडटीसीसी की अध्यक्ष विभावरी दाणी, सचिव डॉ. रवि वानखेडे, डॉ. चारूलता बावनकुले, डॉ. राजेश गोसावी, डॉ. वीएल गुप्ता, डॉ. वृंदा सहस्त्रभोजने, डॉ. राज गजभिये, डॉ. नरेश तिरपुणे, डॉ. विजय श्रोते, डॉ. शिवनारायन आचार्य, डॉ. पवित्रा पटनाईक, डॉ. अजय केवलिया, डॉ. गिरीश भुयार सहित अन्य डॉक्टर व स्टाफ उपस्थित थे। ग्रीन कॉरिडोर यातायात उपायुक्त रविंद्र परदेशी के नेतृत्व में बनाया गया। पीआई जयेश भंडारकर, श्याम सोनटक्के इस अवसर पर विशेष रूप से उपस्थित थे।