अपने क्षेत्र में ये हैं सबसे अव्वल चौरई : 1993 के चुनाव में कांग्रेस के मेरसिंह चौधरी ने रमेश दुबे को 19302 मतों से हराया।
परासिया : 2003 में भाजपा के ताराचंद बावरिया ने कांग्रेस के लीलाधर पुरिया को 20254 मतों से हराया।
जामई : 2013 में नत्थन शाह की जीत सबसे बड़ी रही। उन्होंने सुनील उइके को 20121 मतों से हरया।
अमरवाड़ा : 1998 के चुनाव में कांग्रेस के प्रेमनारायण ठाकुर ने जुधिया प्रसाद भलावी को 21078 मतों से हराया था।
सौंसर : 1985 में रेवनाथ चौरे ने निर्दलीय रामराव महाले को 21028 मतों के अंतर से पराजित किया था।
दमुआ : 2003 में भाजपा के झमनलाल सरेयाम ने कांग्रेस के महेश सल्लाम को 10719मतों से पराजित किया था।
पांढुर्ना : 1980 में कांग्रेस के माधवलाल दुबे की दशरथ उइके पर 12436 वोटों की जीत सबसे बड़ी जीत है।
परासिया : 2003 में भाजपा के ताराचंद बावरिया ने कांग्रेस के लीलाधर पुरिया को 20254 मतों से हराया।
जामई : 2013 में नत्थन शाह की जीत सबसे बड़ी रही। उन्होंने सुनील उइके को 20121 मतों से हरया।
अमरवाड़ा : 1998 के चुनाव में कांग्रेस के प्रेमनारायण ठाकुर ने जुधिया प्रसाद भलावी को 21078 मतों से हराया था।
सौंसर : 1985 में रेवनाथ चौरे ने निर्दलीय रामराव महाले को 21028 मतों के अंतर से पराजित किया था।
दमुआ : 2003 में भाजपा के झमनलाल सरेयाम ने कांग्रेस के महेश सल्लाम को 10719मतों से पराजित किया था।
पांढुर्ना : 1980 में कांग्रेस के माधवलाल दुबे की दशरथ उइके पर 12436 वोटों की जीत सबसे बड़ी जीत है।