पहाड़ों को छलनी कर रहे माफिया
छिंदवाड़ाPublished: Jan 28, 2020 06:21:46 pm
पुलिस चौकी अम्बाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अम्बाड़ा स्थित हनुमान मंदिर के पीछे बंद ओपन कास्ट खदान क्षेत्र से खनन माफिया के द्वारा बड़े पैमाने पर पहाड़ों को काटकर मुरम निकालने का काम किया जा रहा है।
पहाड़ों को छलनी कर रहे माफिया
गुढ़ी अम्बाड़ा. पुलिस चौकी अम्बाड़ा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अम्बाड़ा स्थित हनुमान मंदिर के पीछे बंद ओपन कास्ट खदान क्षेत्र से खनन माफिया के द्वारा बड़े पैमाने पर पहाड़ों को काटकर मुरम निकालने का काम किया जा रहा है।
मुरम को ट्रैक्टर के माध्यम से क्षेत्र के ईंट भट्टे तक पहुंचाया जा रहा हैै ।उत्खनन की वजह से इस पहाड़ी क्षेत्र में लगे हुए हरे-भरे पेड़ों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने का काम किया जा रहा है बंद ओपन कास्ट क्षेत्र से खनन माफिया के द्वारा मुरम, मिट्टी का उत्खनन कर ट्रैक्टर से ढोने का कार्य जारी है। लेकिन इस मामले को लेकर क्षेत्र का पुलिस और वन विभाग किसी भी तरह की कार्यवाही करना मुनासिब नहीं समझ रहा है जिनकी वजह से इन खनन माफिया के हौसले बुलंद है और वह लगातार पहाड़ी को काटने के साथ-साथ हरे भरे पेड़ों को भी काटकर नुकसान पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
दो माह से मजदूरों को नहीं मिला भुगतान
खैरवानी/हनोतिया . आदिवासी विधानसभा जुन्नारदेव में वैसे ही रोजगार के साधनों के अभाव के चलते ग्रामीण अंचलों से लोग अन्यत्र महानगरों में पलायन करने को विवश है तो वहीं दूसरी ओर शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी मजदूरों को नहीं मिल पा रहा है। जिससे वे हताश और निराश है।
मजदूरी के अभाव में गरीब ग्रामीणों के घर में चूल्हा जलना दूभर हो गया है। मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल पाना शासन की योजनाओं को पलीता लगाने से कम नहीं है। गरीब ग्रामीणों की कार्य की मजदूरी का भुगतान ना होने की स्थिति और योजनाओं का लाभ ना मिल पाने से अब उनका योजना से विश्वास उठ रहा है। मजदूरों ने बताया कि दो माह से मजदूरी का भुगतान न होने के कारण अब वे महानगरों की ओर पलायन करने को विवश है।