जिला अस्पताल के स्टोर से मिली जानकारी के अनुसार
1. तीन बार ऑनलाइन डिमांड की गई , जिसमें मेडिसिन, ऑपरेशन सामग्री, डे्रसिंग मटेरियल आदि शामिल हंै।
2. पैथालॉजी के लिए आवश्यक केमिकल,
साफ-सफाई मटेरियल की खरीदी के आर्डर छह माह से नहीं किए गए।
3. पहले तीन माह में ऑपरेशन मटेरियल के लिए पचास हजार खर्च होते थे। अब यह खर्च लाखों में पहुंच गया है।
4. दवाइयों पर भी पूर्व में करीब 75 हजार खर्च होते थे, जो अब बढकऱ 2 लाख से अधिक हो गया है।
5. डे्रसिंग मटेरियल की खपत तीन गुना बढ़ गई है।
चिकित्सा सेवाओं में बढ़ोतरी
छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट से सम्बद्धता मिलने के चलते जिला अस्पताल में सुविधाओं और सेवाओं में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में बिस्तरों की संख्या 400 से बढकऱ 650 हो गई तथा विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों का भी लाभ मिलने लगा। पहले की अपेक्षा डिलेवरी तथा सर्जिकल ऑपरेशनों की संख्या भी औसत 15 प्रतिदिन हो गई है।