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मेडिकल कॉलेज में ६८ करोड़ रुपए की मशीनरी से होगा मरीजों का इलाज

चिकित्सा उपकरण खरीदने मंत्रिमंडल ने दी स्वीकृति

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चिकित्सा उपकरण खरीदने मंत्रिमंडल ने दी स्वीकृति

छिंदवाड़ा . मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा के संचालन में उपयोग आने वाले चिकित्सा उपकरणों की खरीदी के लिए सोमवार को मंत्रीमंडल ने स्वीकृति दे दी है। अब मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय तथा सम्बद्ध अस्पतालों के लिए करीब ६८ करोड़ रुपए के उपकरण खरीदे जाएंगे। डीन डॉ. तकी रजा ने बताया कि मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की मान्यता के आधार पर ऑपरेशन थिएटर, वार्ड, विभाग, ओपीडी सहित करीब एक हजार से अधिक तरह के चिकित्सा उपकरण तथा फर्नीचर खरीदे जाएंगे। इसके अलावा जिला अस्पताल में उपयोग हो सकने वाली मशीनों का भी उपयोग किया जा सकेगा।
डीन डॉ. रजा ने बताया कि छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज प्रदेश में सबसे अलग तथा आधुनिक सुविधायुक्त कॉलेज बनेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज की उत्कृष्टता के लिए वे हर सम्भव प्रयास करेंगे। डॉ. रजा ने बताया कि वे जल्द ही सागर और दतिया के अस्पताल का जायजा लेने जाएंगे। वहां की स्थिति के आधार पर छिंदवाड़ा में भी प्रयोग करेंगे।

पीआईयू तथा ठेकेदार कर रहे लापरवाही

भवन निर्माण में हो रही देरी को लेकर डीन डॉ. रजा ने नाराजगी जाहिर की है। इसकी वजह निर्माण एजेंसी पीआईयू तथा ठेकेदार की लापरवाही को बताया है। डॉ. रजा ने बताया कि प्रदेश में स्थापित होने वाले नवीन मेडिकल कॉलेजों में सिर्फ छिंदवाड़ा में ही देरी हो रही है। जबकि अन्य जिलों में भवन बनकर तैयार हो गए हैं। उन्होंने बताया कि जून माह में नक्शा तैयार कर लिया गया था, इसके बावजूद लेटलतीफी होने पर असंतोष व्यक्त किया है। साथ ही उच्चस्तर पर शिकायत करने की चेतावनी दी है।

कक्ष क्रमांक ३२ में होगी स्वाइन फ्लू की जांच

छिंदवाड़ा . एन-१ एच-१ वायरस की जांच एवं स्कैनिंग के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा व्यवस्था बनाई गई है। जहां स्वाइन फ्लू संदिग्ध या लक्षण दिखने पर जांच कराई जा सकती है। आरएमओ डॉ. सुशील दुबे ने बताया कि स्वाइन फ्लू एक घातक बीमारी है। इसमें पीडि़त मरीज को उचित उपचार न मिलने पर एक सप्ताह में मौत हो सकती है। इसके अलावा एलाइजा जांच की रिपोर्ट आने पर ही मरीज को स्वाइन फ्लू की पुष्टि की जाती है। डॉ. दुबे ने कहा है कि स्वाइन फ्लू को लेकर अनावश्यक दहशत नहीं फैलानी चाहिए।