मोहन कॉलरी अस्पताल में दवाइयों का टोटा
छिंदवाड़ाPublished: May 20, 2019 04:54:08 pm
मजदूर हो रहे परेशान
मोहन कॉलरी अस्पताल में दवाइयों का टोटा
गुढ़ी अम्बाड़ा. उपक्षेत्र अम्बाड़ा के अंतर्गत आने वाले मोहन कॉलरी अस्पताल में उपचार के नाम पर शून्य नजर आ रहा है । अस्पताल में कई माह से डॉक्टर नहीं है ऊपर से अब एकमात्र फार्मासिस्ट था उसका भी स्थानांतरण कर दिया गया। अस्पताल आया और चपरासी के भरोसे ही संचालित किया जा रहा है।
इस अस्पताल में ब्लड प्रेशर, बुखार व सर्दी जुकाम जैसी सामान्य बीमारियों की दवा तक उपलब्ध नहीं है। जिसकी वजह से मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है । जिसकी वजह से मजदूरों को मजबूरी में प्राइवेट झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ रही
बिना डॉक्टर एवं दवाइयों की कमी वाला यह अस्पताल शोभा की सुपारी बना हुआ है। ज्ञात हो कि क्षेत्र अंबाला के अंतर्गत आने वाली कुंवारी कोयला खदान में कार्यरत मजदूर व उसके परिवार के सदस्य के बीमार होने की स्थिति में इलाज का एकमात्र सहारा मोहन कॉलरी अस्पताल है।
वर्तमान समय में डॉक्टर का स्थानांतरण होने व दवाइयों का टोटा होने की वजह से मजदूर व उसका परिवार इस अस्पताल में इलाज नहीं करा पा रहा है। एवं उसे यहां से 10 किलोमीटर दूर वेेेकोली के वेलफेयर अस्पताल जुन्नारदेव अपना इलाज कराने जाना पड़ता है या फिर मजबूरी में स्थानीय स्तर पर झोलाछाप डॉक्टरों की शरण लेनी पड़ती है। वेकोलि प्रबंधन व श्रमिक संगठन को इस दिशा में प्रयास कर अस्पताल में डॉक्टर की तैनाती व दवाइयों की व्यवस्था करवानी चाहिये ताकि मरीजों को इलाज की सुविधा मिल सके।