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शिक्षा से ज्यादा भोजन जरूरी

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 19, 2017 01:07:52 am

Submitted by:

sanjay daldale

बच्चे भारी भरकम बाल्टियों में भोजन को टांगे हुए नंगे पैर ही निकल पड़े।

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भोजन को टांगे हुए नंगे पैर ही निकल पड़े।

छिंदवाड़ा /हनोतिया . शासकीय स्कूलों में बच्चों का भविष्य क्या होगा यह तय करना मुश्किल है। शासकीय स्कूल वैसे ही भगवान भरोसे चल रहे है। यहां पदस्थ शिक्षक तो कभी अपने निजी कार्यों से स्कूल से गायब रहते है तो कभी शासकीय कार्य का बहाना बताकर। रही सही कसर शासन निकाल देता है जो षिक्षकों से वोटर लिस्ट, जनसंख्या गणना, सहित अन्य कार्यो में संलिप्त कर देते है। 
विकासखंड अन्तर्गत ग्राम पंचायत शीलादेही के प्राथमिक शाला शीलादेही में स्कूल के बच्चों को स्वसहायता समूह द्वारा जो भोजन तैयार कर रहा है का भोजन लेकर आंगनबाड़ी की ओर पढ़ाई कार्य छोड़कर जाते हुए देखा गया जहां पर इन बच्चों को अपना भविष्य शिक्षा ग्रहण कर बनाना है वहीं स्कूल के शिक्षक और आंगनबाड़ी की बाई इन्हें इन कार्यो में संलिप्त कर इनके भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। ग्राम शीलादेही में हर्षिता स्व सहायता समूह में चार बाई मध्याह्न भोजन बनाने का कार्य करती है जो आये दिन विवाद करती रहती है इसी विवाद के चलते एक बाई के स्कूल न आने पर बच्चों द्वारा मध्याह्न भोजन ले जाकर आंगनबाड़ी में दिया गया है यह कथन स्कूल के प्रधान पाठक असीम चक्रवती का कहना है।

आधा किमी दूर है आंगनबाड़ी केंद्र
6-7 वर्षीय अध्ययनरत बच्चे जिस आंगनबाड़ी में भोजन लेकर जाते हुए दिखाई दिए वह प्राथमिक शाला से लगभग 500 मीटर की दूरी पर है और बच्चे भारी भरकम बाल्टियों में इस भोजन को टांगे हुए अध्ययन कार्य छोड़कर आंगनबाड़ी की ओर प्राचार्य एवं हर्षिता स्वसहायता समूह की बाइयों के कहने से नंगे पैर ही निकल पड़े। बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा हैं

कभी-कभी चले जाते हैं
कभी-कभी बच्चे भोजन लेने चले जाते है। कर्मचारियों के बीच पैसे के विवाद के बाद व्यवस्था लडख़ड़ा सी गई है। इसी वजह से बच्चें भोजन लेने आगंनबाड़ी चले गए थे।
असीम चक्रवती, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला शीलादेही।

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