मक्का का भाव न मिलने पर घटा रकबा
कृषि विभाग द्वारा इस साल खरीफ में मक्का का रकबा 2.50 लाख हैक्टेयर जरूर निर्धारित किया गया था, लेकिन पिछले कृषि सत्र में भाव न मिलने से किसान निराश हो गए। उन्होंने इस फसल का रकबा कम करते हुए सोयाबीन, धान और तुअर को बढ़ा दिया। इसके लिए निजी क्षेत्र से बड़ी मात्रा में बीज भी खरीदा। केन्द्र की कलस्टर योजना से मक्का बीज पहुंचा तो उसके लिए भी किसान सामने नहीं आ रहे हैं।
इनका कहना है
कृषि विभाग को सीमित संख्या में तुअर, उड़द बीज के मिनी किट मिले हैं तो मक्का बीज भी आया है। इनका किसानों के बीच वितरण कराया जा रहा है।
जेआर हेडाऊ, उपसंचालक कृषि।