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चार माह में ही हो गए 200 से ज्यादा संक्रमित, जानें वजह

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 08, 2020 03:00:44 pm

Submitted by:

Dinesh Sahu

पिछले एक माह में 132 की रिपोर्ट आई पॉजिटिव, जिले में चार की मौत, दो स्थानीय प्रशासन के रिकार्ड में

15 quarantine center closed in health department gwalior

जिले में हर दिन बढ़ रहे कोरोना संक्रमित फिर भी एक दिन में 15 क्वारंटाइन सेंटर किए बंद

छिंदवाड़ा/ कोरोना संक्रमण को लेकर अभी भी लोग गंभीर नहीं हैं, जो कि बहुत ही चिंतनीय विषय हैं। जिले में माह अप्रैल से 07 अगस्त 2020 तक 212 कोविड-19 संक्रमित मरीज सामने आए हैं तथा जिले के चार की मौत हुई है, जिसमें इंदौर से बनी चेन के सम्पर्क में आने वाले दो शामिल है तथा शेष दो में से एक की मौत नागपुर में हुई तथा दूसरी नागपुर से संक्रमित होकर आई झुलसी महिला बताई जाती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा केस 15 जुलाई से 07 अगस्त 2020 के बीच ही 132 पॉजिटिव केस सामने आए है। इनमें परासिया में बनी दो परिवार की चेन, पांढुर्ना के संक्र्रमित डॉक्टर की चेन समेत जुन्नारदेव तथा सौंसर के लोग शामिल है।

140 संक्रमित हुए स्वस्थ –


जिले में जिस तरह संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसी स्थिति में स्वस्थ होने का सिलसिला भी जारी रहा है, जिसके चलते अब तक 140 लोगों ने संक्रमण को मात दिया है। इसकी वजह डॉक्टर तथा नर्सों की मेहतन, प्रोत्साहन और सेवा देना प्रमुख है।

इस गति से बढ़े कोरोना संक्रमित –


समय अवधि सामने आए संक्रमित


01 से 15 अप्रैल 2020 04
16 से 30 अप्रैल 2020 01
01 से 15 मई 2020 00
16 से 31 मई 2020 05
01 से 15 जून 2020 21
16 से 30 जून 2020 28
01 से 15 जुलाई 2020 21
16 से 31 जुलाई 2020 89
01 से 07 अगस्त 2020 43

यह भी जानना जरूरी –

1. विदेश भ्रमण कर लौटन वालों की संख्या – 303


2. जिले में अन्यत्र क्षेत्रों से पहुंचने वाले – 54889


3. कोविड-19 की जांच के लिए भेजे गए स्वाव सेम्पल – 10878

4. कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में नेगेटिव आए – 10198


5. जांच लैब ने रिजेक्ट किए स्वाव सेम्पल – 323

नियमों के पालन से सुरक्षित रहना आसान –


छिंदवाड़ा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (सिम्स) के डीन डॉ. जीबी रामटेके ने बताया कि कोरोना एक वायरस जनित जानलेवा बीमारी है। अभी तक इसकी कोई दवा नहीं बनी है, जिससे यह ज्यादा घातक और खतरनाक है। जागरूकता के साथ सजग रहकर वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। डॉ. रामटेके ने बताया कि नियमों का उचित पालन करने समेत सोशल डिस्टेंसिंग, बीस सेकेण्ड तक साबुन से हाथ धोना और मॉस्क का उपयोग करके हम स्वयं को बचा सकते हैं।

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