scriptसाढ़े तीन हजार से अधिक परिवारों को नहीं मिला राशन | More than three and a half thousand families did not get ration | Patrika News

साढ़े तीन हजार से अधिक परिवारों को नहीं मिला राशन

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 04, 2020 06:06:56 pm

सरकार की घोषणा के बाद भी नए गरीबी रेखा कार्डधारकों को इस माह शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से अनाज नहीं मिल पाया है।

APL card holders also announced to get salt, but here salt is missing from government ration shops…

एपीएल कार्डधारियों को भी नमक मिलने की थी घोषणा पर यहां तो शासकीय राशन दुकानों से नमक ही गायब …

छिंदवाड़ा/परासिया/ सरकार की घोषणा के बाद भी नए गरीबी रेखा कार्डधारकों को इस माह शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से अनाज नहीं मिल पाया है।
कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न हालात में निर्धन वर्ग को राहत देने के लिए कहा गया था कि नए बीपीएल, श्रमिक कर्मकार मंडल सहित अन्य श्रेणियों में आने वाले हितग्राहियों को तीन माह तक निशुल्क राशन प्रदान किया जाएगा। जिसमें मात्र एक माह राशन दिया गया लेकिन वर्तमान में केवल बीपीएल तथा अंत्योदय राशन कार्ड धारियों को गेहूं चावल प्रदान किया गया है। विकासखंड परासिया में शहरी क्षेत्र में 26 तथा ग्रामीण इलाकों में 67 कुल 93 सरकारी उचित मूल्य की राशन दुकाने है जिनमें शहरी में लगभग 12 हजार परिवारों को राशन उपलब्ध कराया जाता है वहीं ग्रामीण क्षेत्र में 29 हजार परिवारों के लगभग डेढ़ लाख सदस्यों को राशन दिया जाता है।
अंत्योदय राशन कार्ड धारी 6607 परिवार है लेकिन लगभग साढ़े तीन हजार नये बीपीएल कार्डधारी है जिनकी खाद्यान्न पात्रता पर्ची जारी नहीं हुई है, यह सभी राशन से वंचित है।
जुलाई माह में 9 हजार क्विंटल गेंहू तथा 2 हजार क्विंटल चावल आबंटित किया गया है जिसमें राशन के अलावा प्रत्येक परिवार को एक किलो दाल दी जाना है। खाद्य विभाग के अनुसार वर्तमान में नये कार्डधारी को राशन देने के कोई निर्देश नहीं आये है। पिछले माह राशन प्राप्त करने वाले इस बार दुकान के चक्कर लगा रहे है, कई स्थानों पर राशन दुकान संचालकों से लोगों का विवाद भी हुआ है। उच्च स्तर पर लिए गए निर्णयों का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन नहीं होने से आम लोगों में असंतोष और नाराजगी है।

&सरकार किस तरह कार्य कर रही है यह इसकी बानगी है। घोषणा के बाद भी मात्र एक माह नए बीपीएल कार्डधारियों को राशन दिया गया है। कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन के इस दौर में खाद्यान्न पहली प्राथमिकता है इसके बाद भी निर्धन वर्ग को राशन उपलब्ध नहीं कराना सरकार की विफलता है।
सोहन वाल्मिक, विधायक परासिया

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