दरअसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जारी आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2018 से मार्च 2019 तक जिले के निजी नर्सिंग होम्स में कुल डिलेवरी 2636 हुईं। इनमें सामान्य 963, जबकि 1673 सीजेरियन शामिल हैं। यानी निजी नर्सिंग होम्स में सीजेरियन द्वारा किए गए प्रसव सामान्य प्रसव के तुलना में दोगुने हैं।
योजनाओं का नहीं होता प्रचार-प्रसार शासकीय संस्थाओं में डिलेवरी कराने पर शासन की ओर से कई तरह की योजनाओं का लाभ हितग्राहियों को प्रदान किया जाता है। वहीं शासकीय चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा सुरक्षित प्रसव भी कराया जाता है इसके बावजूद लोग शासकीय संस्थाओं में नहीं जाना चाहते। यही बात का फायदा निजी संस्थानों को मिल जाता है।
उल्लेखनीय है कि प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों की होती है, लेकिन उचित ध्यान नहीं दिए जाने से लोगों को योजनाओं की जानकारी नहीं मिलती है। माह सामान्य सीजर कुल
अप्रैल 70 105 175
अप्रैल 70 105 175
मई 90 138 228 जून 85 131 216 जुलाई 79 130 209
अगस्त 97 174 271 सितम्बर 70 110 180 अक्टूबर 50 90 140 नवम्बर 70 160 230
दिसम्बर 95 201 296
अगस्त 97 174 271 सितम्बर 70 110 180 अक्टूबर 50 90 140 नवम्बर 70 160 230
दिसम्बर 95 201 296
जनवरी 85 140 225 फरवरी 80 105 185 मार्च 92 189 281