पीछे से कूदकर घुसा था आरोपी
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपित चाकू लेकर पीछे से कूदा था। घर में केवल मां और बेटी के होने की भी आरोपित को पहले से सूचना थी, जिसका उसने फायदा उठाया। आरोपित का शव गोताखोरों की मदद से निकाला गया। पीएम के बाद उसका शव भी परिजन को सौंप दिया है। मां-बेटी के शव का पीएम के बाद परिजन को सौंपा गया। राजेश सोनी ने पत्नी सरिता को मुखग्नि दी। वहीं मासूम हर्ष ने अपनी बहन को आग दी है। एक परिवार से दो अर्थी एक साथ उठने के बाद से पूरे मोहल्ले में मातम का माहौल बना हुआ है।
पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपित चाकू लेकर पीछे से कूदा था। घर में केवल मां और बेटी के होने की भी आरोपित को पहले से सूचना थी, जिसका उसने फायदा उठाया। आरोपित का शव गोताखोरों की मदद से निकाला गया। पीएम के बाद उसका शव भी परिजन को सौंप दिया है। मां-बेटी के शव का पीएम के बाद परिजन को सौंपा गया। राजेश सोनी ने पत्नी सरिता को मुखग्नि दी। वहीं मासूम हर्ष ने अपनी बहन को आग दी है। एक परिवार से दो अर्थी एक साथ उठने के बाद से पूरे मोहल्ले में मातम का माहौल बना हुआ है।
नाबालिग को करता था परेशान
आरोपी बंटी उर्फ शुभम राजस 16 वर्षीय नाबालिग खुशी को परेशान करता था। खुशी इसका विरोध करती थी और उसने कई बार इसकी लिखित शिकायत कोतवाली थाना में दी थी। आरोप है कि पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद करीब दो बार दोनों पक्ष में समझौता करा दिया था। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि उस वक्त पुलिस अगर सख्त कार्रवाई करती तो शायद आज इतनी बड़ी वारदात नहीं होती। समझौता होने के बाद भी आरोपी शुभम ने खुशी को परेशान करना नहीं छोड़ा था।
आरोपी बंटी उर्फ शुभम राजस 16 वर्षीय नाबालिग खुशी को परेशान करता था। खुशी इसका विरोध करती थी और उसने कई बार इसकी लिखित शिकायत कोतवाली थाना में दी थी। आरोप है कि पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद करीब दो बार दोनों पक्ष में समझौता करा दिया था। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि उस वक्त पुलिस अगर सख्त कार्रवाई करती तो शायद आज इतनी बड़ी वारदात नहीं होती। समझौता होने के बाद भी आरोपी शुभम ने खुशी को परेशान करना नहीं छोड़ा था।