नहीं आई नगर उदय की टीम, महिलाएं पहुंची कलेक्ट्रेट
छिंदवाड़ाPublished: Jan 11, 2017 01:10:00 am
नगरोदय के तहत घर-घर दस्तक देकर जनसमस्याएं जानने का दावा किया जा रहा है, लेकिन मैदानी स्थिति ठीक विपरीत है
छिंदवाड़ा . नगरोदय अभियान के तहत शहरी वार्डों में कर्मचारियों के घर-घर दस्तक देकर जनसमस्याएं लिखने का दावा जरूर किया जा रहा है, लेकिन मैदानी स्थिति ठीक विपरीत है। इसका उदाहरण मंगलवार को कलेक्टर की जनसुनवाई में सामने आया, जब वार्ड क्रमांक 16 के अधीन सिवनी प्राणमोती की झुग्गी झोपड़ी में रह रहीं महिलाएं पहुंची और उन्होंने उनके क्षेत्र में नगर निगम की टीम न पहुंचने के बारे में बताया। कलेक्टर से जमीन का पट्टा मांगा।
सिवनी प्राणमोती से आई गायत्री डेहरिया, सुमंत्रा डोहले समेत अन्य महिलाओं ने बताया कि वे पिछले तीस वर्ष से सरकारी जमीन पर मकान बनाकर रह रहीं हैं। एेसे सौ से अधिक परिवार हैं, जिन्हें सरकारी सुविधाओं के लिए पट्टे की जरूरत है। ये परिवार पंचायत के समय से पट्टा की मांग कर रहे हैं। अभी तक अनुसुना किया जा रहा है। नगरोदय अभियान के तहत कोई भी टीम उनके घर तक नहीं पहुंची। टीम आती तो वे उसे समस्या बतातीं, अब सीधे कलेक्टर के पास आना पड़ा।
बीसापुर से भी उठी पट्टे की आवाज
मोहखेड़ ब्लॉक के ग्राम बीसापुर के भी 85 परिवारों ने कलेक्टर से पट्टा देने की मांग की। इमरत, रामकिशन समेत अन्य ने कहा कि वे आबादी की जमीन में वर्षों से रह रहे हैं। पट्टा न मिलने से उन्हें शासन की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
गोविंदबाड़ी मेंं पेयजल समस्या
मोहखेड़ के ग्राम गोविंदबाड़ी में ग्रामीणों को पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस गांव में 80 परिवार हंै। दो हैंडपंप खराब हो गए हैं। आरोप है कि पंचायत इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। इस गांव के साथ ही रोहनाखुर्द में भी ट्यूबबेल खनन होना चाहिए।
कलेक्टर ने सुने 117 आवेदन
कलेक्टर जेके जैन ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के 117 आवेदनों पर सुनवाई की। जनसुनवाई में मुख्य रूप से अवैध कब्जा और अतिक्रमण शीघ्र हटाने, बीपीएल सर्वे सूची में नाम दर्ज करने समेत अन्य शिकायतें थी। जिन्हें सम्बंधितों को प्रेषित कर दिया गया।
बीपीएल सूची से नाम हटाने का दिया आवेदन
जनसुनवाई के दौरान छिंदवाड़ा के वार्ड क्रमांक-29 के जितेन्द्र साहू ने कलेक्टर से मिलकर उन्हें बीपीएल सूची से नाम काटने के सम्बंध में आवेदन दिया। साहू ने बताया कि उनका नाम गरीबी रेखा की सूची में दर्ज है तथा उनके राशन कार्ड का क्रमांक-234 हैं। उनकी आर्थिक स्थिति अब अच्छी हो गई हैं, इसलिए अब वे बीपीएल सूची से अपना नाम कटवाना चाहते हैं। कलेक्टर ने इसकी सराहना की।