scriptकिसानों के साथ गरीबों पर प्राकृतिक आपदा की मार | Natural disaster strikes poor | Patrika News

किसानों के साथ गरीबों पर प्राकृतिक आपदा की मार

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 14, 2018 05:00:11 pm

Submitted by:

sanjay daldale

रात को हुई बारिश से आंवले के आकार ओले गिरे जिससे कई मकानों के कवेलू टूट गए। खेतों में लगी गेहूं, चना, गोभी और सागभाजी की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचा ।

Heavy rain and hail

तेज बारिश और ओलावृष्टि से महाराष्ट्र सीमा पर बसे गांवों में जमकर नुकसान पहुंचा है।

पांढुर्ना. बीती रात हुई तेज बारिश और ओलावृष्टि से महाराष्ट्र सीमा पर बसे गांवों में जमकर नुकसान पहुंचा है। रात को हुई बारिश से आंवले के आकार ओले गिरे जिससे कई मकानों के कवेलू टूट गए। खेतों में लगी गेहूं, चना, गोभी और सागभाजी की फसलों को जमकर नुकसान पहुंचा है। ओले की मार से संतरा फसल भी खराब हो गई है। आंजनगांव में ओले की मार से पिपल के पेड़ पर बैठे 25 से अधिक बगुले की मौत हो गई।
सात गांवों में नुकसान होने की बात एसडीएम दीपक कुमार वैद्य ने कही है। इन गांवो में हुए नुकसान का जायजा लेने विधायक जतन उईके के साथ एसडीएम, नायब तहसीलदार भरतसिंह वट्टे, पटवारी प्रमोद आमने के साथ पहुंचे थे। शासन प्रशासन को अपने बीच पाकर किसानों और गरीब परिवारों दर्द खुलकर सामने आ गया। विधायक ने प्रशासन को किसानों को भरपुर मुआवजा प्रदान करने के निर्देश दिए है।
एसडीएम ने बताया कि आंजनगांव सहित रोड़ीखेड़ा, वाघोली, कोंढरमाल, बोथिया, बड़चिचोली, सीतापारैया में खड़ी फसले को नुकसान हुआ है। इन फसलों का सर्वे बुधवार से किया जाएगा। विधायक जतन उइके ने कहा कि किसान मेहनत कर फसलों को बड़ा करता है वहीं प्राकृतिक आपदा से उसकी मेहनत पर पानी फेर जाती है। किसानों के साथ पूरा न्याय होगा। हमने तहसील प्रशासन को किसानों के प्रत्येक नुकसान की भरपाई करके देने के लिए कहा है।


सौंसर. अंचल में सोमवार को जमकर हुई बारिश के साथ गिरे ओले से गरीबों और झुग्गी, झोपडी वासियों को भारी नुकसान पहुंचा है। गरीब वर्ग अपना आशियाना बनाकर गुजर बसर कर रहे है वहीं कुदरत के कहर से आशियानों की छते उड़ गई। बारिश और ओलावृष्टि गरीब अपने आशियाने को बचाने की कवायद में लगे रहे।
नगर के शासकीय उत्कृष्ठ विद्यालय के सामने, सिविल लाइन पुलिया पर बसे गरीबों को हुए नुकसान पर शेख आजाद ने बताया कि घरों के ऊपर के कवेलू उड़ गई। गई। राजू विश्वकर्मा किशोर उइके, सुनीता धुर्वे, गणपत बावने, महेश आहुजा, रामदास भोयर, संजय कुमरे, नजमा शेख, रोशन खडसे, मुलचंद तेलंगे, शोभा ने बताया कि घरों के छत गायब हो गई, सामान बिखर गया। घरों में पानी भर गया। रातभर सोए नही।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो