छिंदवाड़ा

मेडिकल कॉलेज में भर्ती को लेकर सामने आया यह फर्जीवाड़ा

शासन ने दिया कारण बताओ नोटिस, मेडिकल कॉलेज में नियुक्ति को लेकर बरती गई लापरवाही

छिंदवाड़ाJan 11, 2019 / 12:21 pm

Dinesh Sahu

Negligence on appointment to medical college

छिंदवाड़ा. मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की नियुक्ति बिना आवश्यक दस्तावेजी कार्रवाई पूरी किए ही की जा रही है। विभागीय जांच में यह मामला प्रकाश में आया है। इस संदर्भ में मध्यप्रदेश स्वास्थ्य संचालनालय ने चिकित्सा अधिकारी डॉ. रविशंकर उइके को कारण बताओ नोटिस भी जारी कर 15 दिवस के भीतर उचित जवाब मांगा है। दरअसल वर्ष 2017 में विभागीय उम्मीदवार के रूप में एमडी शिशुरोग अध्ययन पूर्ण करने के उपरांत ३१ अगस्त 2017 को डॉ. उइके की पदस्थापना जिला चिकित्सालय डिंडोरी में की गई थी।
 

बिना एनओसी लिए रख लिए गए सीनियर रेसीडेंट

 

लेकिन डॉ. उइके नियुक्ति दिनांक से बिना कोई सूचना दिए अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहे। इतना ही नहीं लम्बे समय तक अनुपस्थित रहने के बावजूद विभाग से अनुमति प्राप्त किए चिकित्सा महाविद्यालय छिंदवाड़ा में 19 जून 2018 को सीनियर रेसीडेंट के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया गया। जबकि शासकीय सेवा में सेवारत रहते हुए अन्य विभाग में कार्य के लिए विभागीय अनुमति लेना अनिवार्य है।

मामले मेें अपर संचालक (प्रशासन) विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि डॉ. उइके ने विभागीय उम्मीदवार के रूप में पीजी अध्ययन के लिए प्रवेश लेते समय अनुबंध भी किया था। इसके बावजूद सभी नियमों को दरकिनार कर दिया गया है। इस मनमानी के चलते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
 
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