1.84 करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का रखरखाव नहीं कर रहे वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी
छिंदवाड़ा
Updated: April 22, 2022 08:30:12 pm
छिंदवाड़ा. वन विभाग के अधीन कैम्पा मद से अमरवाड़ा-नागपुर-छिंदवाड़ा मार्ग पर वर्ष 2017 में 8.54 किमी पर 1.84 करोड़ रुपए की लागत से किए गए पथ वृक्षारोपण में लगातार लापरवाही दिखाई दी हैं। देखरेख और रखरखाव के अभाव में करीब 50 फीसदी पौधे नष्ट हो गए हैं। विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों की उदासीनता को मैदान में जाकर ही देखा जा सकता हैं।
कैम्पा मद के प्लांटेशन एवं रखरखाव के लिए 10 वर्ष तक लगातार बजट आवंटन किया जाता हैं। जिसमें सुरक्षा, चौकीदार, सिंचाई, अग्नि सुरक्षा, फैंङ्क्षसग के इंतजाम किए जाते हैं। इस प्रोजेक्ट में प्लांटेशन के चारों तरफ सात लाइन में वाइब्रेट वायर की फैंसिंग की जाना थी। मौके पर तीन लाइन की फैंसिंग पाई गई। केवल नीलगिरी एवं अन्य प्रजाति के पौधे आधा से दो मीटर के दिखाई दिए। शेष पौधे नष्ट हो गए। पौधरोपण स्थल पर चौकीदार भी नहीं पाया गया। इस पौधरोपण स्थल की निगरानी की जिम्मेदारी रेंजर, एसडीओ समेत बड़े अफसरों की भी हैं। इससे उनके निरीक्षण की गुणवत्ता का अंदाजा भी लगाया जा सकता हैं। बताया जाता है कि इस प्रोजेक्ट में लगातार राशि विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों ने खर्च की है। फिर ये प्लांटेशन की हालत इतनी दयनीय क्यों है, यह सवाल बना हुआ हैं।
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80 प्रतिशत पौधे जीवित रहना जरूरी
केम्पा मद के वृक्षारोपण के 80 प्रतिशत पौधे जीवित रहने पर उसे सफल माना जाता हैं। अगर इससे कम पौधे जीवित हैं तो यह विभागीय लापरवाही का प्रतीक हैं। शासन के नियमानुसार प्रतिवर्ष वृक्षारोपण के मूल्यांकन का प्रावधान भी हैं। जिसमें वनमण्डल और अंतर वृत स्तरीय अधिकारियों द्वारा मूल्यांकन और गिनती कार्य किया जाता है। इन अधिकारियों द्वारा तथ्यों को छिपाया गया हैं।
-रवीन्द्र सिंह, प्लांटेशन एक्सपर्ट व वृक्षमित्र
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इनका कहना है...
केम्पा मद में हुए इस प्लांटेशन का बजट समाप्त हो गया हैं। यदि कहीं पौधे नष्ट हुए हैं तो उसे क्षतिपूर्ति में डालकर दोबारा लगा दिया जाएगा।
-रमेश सूर्यवंशी, प्रभारी रेंजर छिंदवाड़ा।
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