एकीकृत प्रणाली को अपनाने की सलाह कृषि-उद्यानिकी में सोयाबीन, मूंग, मक्का, गेंहू, धान, भिंडी, मटर, प्याज, संतरा, पपीता, केला, वर्मीकम्पोस्ट एवं मधुमक्खी बागवानी, गोबर गैस से जुड़ी जानकारी दी गई। सीमांत एवं लघु कृषकों के लिए एकीकृत प्रणाली पर भी ध्यान आकर्षित कराते हुए उद्देश्य बताए गए। रकबा, क्षेत्र के हिसाब से लागत और शुद्ध आय पर प्रकाश डाला गया। किसानों को आजीविका के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने की सलाह दी गई।
सुझाव भी रखे
बैठक में अनुदान सम्बधी जानकारी दी गई तो वहीं घरेलू उत्पादन में केला, पपीता, पालक, हरि सब्जियों पर भी सुझाव रखें गए। कृषि क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने एवं किसानों की आय को दुगुना करने के उपाय बताए गए। कृषि के जानकारों ने कहा कि सब्जियों, फूल की खेती करते स्वरोजगार के माध्यम से प्रतिदिन आय अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं।
बैठक में अनुदान सम्बधी जानकारी दी गई तो वहीं घरेलू उत्पादन में केला, पपीता, पालक, हरि सब्जियों पर भी सुझाव रखें गए। कृषि क्षेत्र में स्वरोजगार को बढ़ावा देने एवं किसानों की आय को दुगुना करने के उपाय बताए गए। कृषि के जानकारों ने कहा कि सब्जियों, फूल की खेती करते स्वरोजगार के माध्यम से प्रतिदिन आय अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं।