कार्यक्रम की शुरुआत बालसभा से होगी, जिसमें पालकों की उपस्थिति रहेगी। पहले दिन विद्यार्थियों को स्वादिष्ट माध्यह्न दिया जाएगा। सत्र के पहले महीने अप्रैल में विद्यार्थी बिना बस्ते के स्कूल जाएंगे तथा गीत, संगीत, कहानी, चित्रकारी, खेलकूद समेत अन्य गतिविधियों में शामिल होंगे।
शिक्षक इ-कंटेंट के तहत ब‘‘ाों को वीडियो दिखाएंगे। प्रतिदिन दोपहर में दक्षता उन्नयन के तहत गणित, भाषा का अभ्यास कराया जाएगा तथा गलती मिलने पर सुधार के प्रयास किए जाएंगे। शाला छूटने के एक घंटा पहले इंडोर-आउटडोर खेल कार्यक्रम होंगे। रा’य शिक्षा केंद्र ने प्रत्येक शाला को खेल सामग्री खरीदने के लिए एक हजार रुपए का बजट दिया है।
1 मार्च 2019 तक आवश्यक सामग्री खरीदने के निर्देश दिए गए है। उक्त कार्यक्रमों की मॉनिटरिंग जनशिक्षक, विकासखंडस्तरीय एवं जिलास्तरीय दल द्वारा की जाएगी। रा’य शिक्षा केंद्र भोपाल से जिले की ओआइसी साधना यादव, डीपीसी जीएल साहू, डाइट प्राचार्य अनघा देव, एपीसी संजय दुबे, एसआरजी सदस्य सुनील विश्वकर्मा, महेंद्र तिवारी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
सीधे मिलेगा प्रवेश – जिले के 2675 प्राथमिक तथा 1045 माध्यमिक स्कूलों के वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। कक्षा पांचवीं तथा आठवीं में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सीधा प्रवेश नजदीकी माध्यमिक तथा हाई स्कूलों में प्रवेश दिया जाएगा। साथ ही प्रधानाध्यापक द्वारा संबंधित शाला को टीसी उपलब्ध कराई जाएगी। 17 जून 2019 से द्वितीय चरण प्रारंभ होगा, जिसमें शिक्षक आंगनबाड़ी केंद्रों से पांच या इससे अधिक वर्ष के ब‘‘ाों की सूची के आधार पर प्रवेश दिलाने का प्रयास करेंगे। इसके लिए 1 मई से सर्वे प्रक्रिया शुरू की जाएगी।