ध्यान रहे विकासखंड पर सीमित जगह होने के कारण और ज्यादा नमूने आने के कारण उन्हें छिंदवाड़ा भेजना पड़ता था। दरअसल, क्षेत्रीय किसान अपने विकासखंड स्तर पर ही मिट्टी का परीक्षण करा सकें इसके लिए मिनी लैब विकासखंडों में बनाई गई है। इनकी जांच के लिए मशीनें भी रखवा दी गई हैं। ध्यान रहे प्रदेश में 265 नई मिट्टी परीक्षण प्रयोगशालाओं का निर्माण किया गया है इसमें 10 छिंदवाड़ा में बनाई गई हैं। नौ बनकर पूरी हो गई है। किसानों द्वारा लाए इन नमूनों की जांच निशुल्क की जाएगी और मिट्टी का विश्लेषण कर किसानों को स्वाइल हेल्थ कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा।