बता दें कि उपयंत्री प्रदीप कुमार तिवारी के घर शुक्रवार सुबह ५.३० बजे जबलपुर लोकयुक्त की टीम ने दबिश दी। करीब चौदह घंटे चली जांच और छानबीन में इंदौर, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में चल-अचल सम्पत्ति और उनके दस्तावेज हाथ लगे थे। टीम दस्तावेज जब्त कर अपने साथ लेकर गई है जिसकी जांच शनिवार को भी जारी रही। बताया जा रहा है कि उपयंत्री के संबंध में और भी जानकारी जुटाई जा रही है। लोकायुक्त डीएसपी एचपी चौधरी ने बताया कि आरोपी इंजीनियर के बैंक में एक भी लॉकर अभी तक नहीं मिले हैं। एक लॉक घर में ही मिला है जिसमें रखी सामग्री जब्त कर ली गई थी। अभी जांच जारी है।
यह मिली सम्पति
उपयंत्री तिवारी के छिंदवाड़ा में दो मकान, परासिया रोड पर एक होटल जो अभी बंद है। राजीव गांधी बस स्टैंड पर दो दुकानें, जागीदार कॉम्प्लेक्स में २ दुकान के दस्तावेज मिले हैं। इंदौर में एक प्लाट, नरसिंहपुर में १२ एकड़ जमीन और एक मकान, १० लाख रुपए कीमत का सोना-चांदी मिला है। घर में नकदी १ लाख ९७ हजार रुपए मिले। बैंक में १२ लाख रुपए रखे हैं।