बस स्टैंड नहीं हो पाया फाइनल:
इन सूत्र बसों के लिए नगर निगम द्वारा अभी तक बस स्टैण्ड फाइनल नहीं किया गया है। इससे इन बसों को किसी ऑपरेटर की निजी भूमि में रखना पड़ता है तो कहीं मैदान में जगह तलाशनी पड़ती है। खड़ी रखने पर इन बसों में जंग लगने लगा है। वहीं बस ऑपरेटर एजेंसी को टैक्स का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
आचार संहिता खत्म होने का इंतजार
नगर निगम के सहायक आयुक्त शशिकपूर गढ़पाले का कहना है कि जबलपुर सम्भागीय परिवहन कार्यालय से बस परमिट के आवेदन पर कार्यवाही अंतिम चरण पर है। छिंदवाड़ा के अलावा दूसरे जिलों की भी यही स्थिति है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने का इंतजार है। 23 मई के बाद परमिट आने पर इसका संचालन शुरू करा दिया जाएगा। फिलहाल शहरी और ग्रामीण रूटों पर 11 बसें संचालितहैं।