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खेतों में नुकसानी का नहीं हो रहा सर्वे

locationछिंदवाड़ाPublished: Oct 06, 2019 05:17:48 pm

Submitted by:

SACHIN NARNAWRE

उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के माफीनामे पर अड़े पटवारियों की हड़ताल तीन दिनों से लगातार जारी है।

खेतों में नुकसानी का नहीं हो रहा सर्वे

खेतों में नुकसानी का नहीं हो रहा सर्वे

पांढुर्ना. उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के माफीनामे पर अड़े पटवारियों की हड़ताल तीन दिनों से लगातार जारी है। इससे अब आम लोगों के कामकाज तो प्रभावित हो रहे है लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी क्षेत्र के किसानों को उठानी पड़ रही है। क्योंकि खेतों में अतिवृष्टि की मार झेली फसलेें अब तक सर्वे की राह देख रही है।
पटवारियों की हड़ताल की वजह से अब तक कोई किसानों के दर्द पर मरहम लगाने नहीं पहुंचा है। सर्वे की राह देख रहे किसानों के लिए राज्य सरकार ने रबी फसलों का पंजीयन भी प्रारंभ कर दिया है। दीपावली होते ही किसानों को रबी फसल की तैयारी में जुट जाना है। ऐसे में उनके लिए सवाल पैदा हो रहा है कि बर्बाद हुई फसलों को कब तक यूं ही खेतों में रखा जाएं।
प्रशासन की ओर टकटकी लगाएं किसान खुद को बहुत असहाय महसूस कर रहे है। तहसील के गांवों से किसान परेशान होकर प्रशासन से सर्वे की मांग कर रहे है परंतु पटवारियों की हड़ताल की वजह से सब कुछ ठप्प सा पड़ा है।
चौरई . प्रदेश सरकार के मंत्री जीतू पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा पटवारियों पर रिश्वत लेने को लेकर की गई टिप्पणी के विरोध में पटवारी संघ ने बस्ताबंद हड़ताल का ऐलान किया है।
पटवारियों के हड़ताल में होने की वजह से शासन की योजनाओं का क्रियांवयन ठप्प हो गया है। हड़ताल की वजह से सबसे ज्यादा किसान परेशान हैं सरकार द्वारा मक्का खरीदी पंजीयन की तारीख 3 से 23 अक्टूबर निर्धारित की गई है जिसमे पटवारी का सत्यापन अनिवार्य होता है जिसमे किसानों को परेशानी हो रही है साथ ही अतिवृष्टि से फसल नुकसानी का सर्वे समेत बंटवारा और नामांतरण के प्रकरण भी लम्बित हो गए हैं इसके अलावा पटवारियों ने वचन पत्र अनुसार 2800 ग्रेड पे स्केल देने के लिए भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
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