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इस लापरवाही के कारण बारिश में जान-माल के नुकसान का डर, पढ़ें पूरी खबर

locationछिंदवाड़ाPublished: Jun 15, 2019 12:33:26 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

जर्जर मकानों को नहीं ढहाया तो फिर खड़ा होगा संकट

not dismantle Shabby houses

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शहर में खुद तुड़वाने को राजी नहीं हो रहे मकान मालिक, नगर निगम की कार्रवाई भी नोटिस तक सीमित

छिंदवाड़ा. पिछले साल दीवानचीपुरा से गुजरते एक जुलूस के दौरान अचानक गिरे एक जर्जर मकान से सबक लेकर तुरंत कार्रवाई शुरू नहीं की गई तो फिर इस बारिश में भी यही नुकसान देखने को मिलेगा। शहर की पुरानी बस्तियों में ऐसे मकान बड़ी संख्या में मौजूद हैं, जिनके मकान मालिक इन्हें खुद तुड़वाने के लिए राजी नहीं हैं। उस पर नगर निगम की कार्रवाई नोटिस तक सीमित दिखाई दे रही है।
जिले में प्री-मानसून जैसी गतिविधियां आसमान पर दिखाई देने लगी हंै। अगले 15 दिन में मानसून के सक्रिय होने की उम्मीद की जा रही है। ऐसे में बारिश पूर्व की तैयारियां जोर पकड़ती जा रहीं हंै। इस बार भी नगर निगम द्वारा शहर के करीब 120 जर्जर मकानों को गिराने के नोटिस जारी किए गए हैं। पिछले वर्ष 2018 में यह संख्या 60 के आसपास थी। जिसमें से केवल 7 मकान भी तुड़वाए गए थे। शेष मकान मालिकों ने इस नोटिस पर गौर नहीं किया या फिर इस मामले पर पर्दा डाल दिया। ये पचास साल से भी अधिक पुराने मकान इतने जर्जर हैं कि बारिश में किसी भी समय गिर सकते हैं और जान-मान का नुकसान कर सकते हैं। कहा जा रहा है कि नगर निगम के अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो कार्रवाई नोटिस तक ही सिमट जाएगी।
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छोटा बाजार से लेकर चूना भट्टा तक मकान

शहर की सबसे पुरानी बस्ती छोटा बाजार, गोलगंज, खिरकापुरा, दीवानचीपुरा, झीलपुरा और चूना भट्टा मानी जाती है, जहां सैकड़ों की संख्या में ऐसे जर्जर और बदहाल मकान मिलेंगे, जिसमें हजारों की संख्या में लोग रिस्क लेकर रह रहे हैं। निगम कर्मचारियों के अनुसार मकान गिराने का नोटिस दिए जाने के बाद जैसे ही कार्रवाई का दबाव बनता है तो लोग जनप्रतिनिधियों को लेकर अधिकारियों के पास पहुंच जाते हैं। जबकि ऐसे मकानों को धराशायी करने की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा शहर में यह सुझाव भी आ रहे हैं कि ऐसे जर्जर मकानों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर पक्के मकानों में तब्दील करा देना चाहिए।
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18 मकान भवन स्वामियों ने हटवाए

निगम की जानकारी के मुताबिक जर्जर मकानों को नोटिस दिए जाने के बाद 18 मकानों को खुद उनके मालिकों द्वारा तुड़वा लिया गया है तो वहीं 7 मकानों को निगम द्वारा तुड़वाया गया है। दस मकानों को अंतिम नोटिस जारी किया गया है। निगम द्वारा जर्जर एवं क्षतिग्रस्त भवनों के संंबंध में निरंतर कार्यवाही की जा रही है।
निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी

शहर में मौजूद जर्जर-बदहाल मकानों को गिरवाने के लिए मकान मालिकों को नोटिस जारी किया गया है। इन्हें समय सीमा में मकान नहीं हटाए तो निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इच्छित गढ़पाले,
आयुक्त नगर निगम।
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