छोटा बाजार से लेकर चूना भट्टा तक मकान शहर की सबसे पुरानी बस्ती छोटा बाजार, गोलगंज, खिरकापुरा, दीवानचीपुरा, झीलपुरा और चूना भट्टा मानी जाती है, जहां सैकड़ों की संख्या में ऐसे जर्जर और बदहाल मकान मिलेंगे, जिसमें हजारों की संख्या में लोग रिस्क लेकर रह रहे हैं। निगम कर्मचारियों के अनुसार मकान गिराने का नोटिस दिए जाने के बाद जैसे ही कार्रवाई का दबाव बनता है तो लोग जनप्रतिनिधियों को लेकर अधिकारियों के पास पहुंच जाते हैं। जबकि ऐसे मकानों को धराशायी करने की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा शहर में यह सुझाव भी आ रहे हैं कि ऐसे जर्जर मकानों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर पक्के मकानों में तब्दील करा देना चाहिए।
18 मकान भवन स्वामियों ने हटवाए निगम की जानकारी के मुताबिक जर्जर मकानों को नोटिस दिए जाने के बाद 18 मकानों को खुद उनके मालिकों द्वारा तुड़वा लिया गया है तो वहीं 7 मकानों को निगम द्वारा तुड़वाया गया है। दस मकानों को अंतिम नोटिस जारी किया गया है। निगम द्वारा जर्जर एवं क्षतिग्रस्त भवनों के संंबंध में निरंतर कार्यवाही की जा रही है।
निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी शहर में मौजूद जर्जर-बदहाल मकानों को गिरवाने के लिए मकान मालिकों को नोटिस जारी किया गया है। इन्हें समय सीमा में मकान नहीं हटाए तो निगम द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इच्छित गढ़पाले,
आयुक्त नगर निगम।
इच्छित गढ़पाले,
आयुक्त नगर निगम।