प्रशासन ने भेजा था यह प्रस्ताव
गरीब परिवारों द्वारा बड़े गैस सिलेण्डर की रिफलिंग न कराए जाने से उत्पन्न स्थिति के वैकल्पिक हल के लिए जिला प्रशासन ने इस पर राज्य शासन और गैस एजेंसियों को पत्र लिखा था। इसमें वैकल्पिक हल यह था कि एेसे परिवारों के १४.५ किलोग्राम के सिलेण्डर को ५ किलो में तब्दील कर दिया जाए। इससे वे इन सिलेण्डरों का उपयोग लगातार जारी रखेंगे। इस पर पेट्रोलियम गैस कम्पनी के अधिकारी ने प्रशासन को प्रस्ताव स्वीकृत करने की सूचना दी है।
इनका कहना है..
पेट्रोलियम कम्पनियों ने उज्जवला योजना के तहत वितरित गैस सिलेण्डरों को ५ किलो के मिनी सिलेण्डर में परिवर्तित करने की अनुमति दे दी है। इससे गरीब परिवार २८० रुपए में पांच किलो गैस ले सकेंगे।
-डीके मिश्रा, प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी।