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इस वर्ग की जेब में यह कीमत भी नहीं..जानिए

locationछिंदवाड़ाPublished: Nov 24, 2017 11:47:05 am

Submitted by:

manohar soni

अधिकांश परिवार सिलेण्डर की रिफलिंग शुल्क ७५० रुपए अदा नहीं कर पा रहे हैं।

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छिंदवाड़ा.प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गरीब घरों में गैस सिलेण्डर उपलब्ध जरूर करा दिए गए हैं लेकिन अधिकांश परिवार सिलेण्डर की रिफलिंग शुल्क ७५० रुपए अदा नहीं कर पा रहे हैं। इससे गैस एजेंसियों में उनकी उपस्थिति नियमित दर्ज नहीं हो पा रही है। इससे योजना की सफलता पर प्रश्नचिन्ह लगने लगे हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने १४.५ किलो के सिलेण्डर को पांच किलो में परिवर्तित करने की कवायद शुरू कर दी है।
इस योजना के अंतर्गत जिले की २९ गैस एजेंसियों द्वारा ७८ हजार निशुल्क गैस कनेक्शन गरीब परिवारों को बांटे गए हैं। ग्रामीण अंचल में रहनेवाले परिवारों ने पहली बार गैस का उपयोग किया। फिर दूसरी बार कभी भी सिलेण्डर का उपयोग नहीं किया। इसके अलावा कुछ परिवार एेसे भी हैं, जिनके बजट में वर्तमान गैस रिफलिंग मूल्य ७५० रुपए नहीं आ पा रहा है। वे सिलेण्डर को घर में रखकर वापस लकडि़यों के चूल्हों का उपयोग करने लगे हैं या फिर केरोसिन ढूंढने लगे हैं। शहरी इलाकों में बस इन सिलेण्डरों की रिफलिंग दर्ज हो रही है। इसके कारण गैस एजेंसियों में जिस हिसाब से रिफलिंग की मांग आनी थी, वह नहीं आ पा रही है। एजेंसी संचालकों ने खाद्य आपूर्ति अधिकारियों को इससे अवगत भी कराया है।


प्रशासन ने भेजा था यह प्रस्ताव
गरीब परिवारों द्वारा बड़े गैस सिलेण्डर की रिफलिंग न कराए जाने से उत्पन्न स्थिति के वैकल्पिक हल के लिए जिला प्रशासन ने इस पर राज्य शासन और गैस एजेंसियों को पत्र लिखा था। इसमें वैकल्पिक हल यह था कि एेसे परिवारों के १४.५ किलोग्राम के सिलेण्डर को ५ किलो में तब्दील कर दिया जाए। इससे वे इन सिलेण्डरों का उपयोग लगातार जारी रखेंगे। इस पर पेट्रोलियम गैस कम्पनी के अधिकारी ने प्रशासन को प्रस्ताव स्वीकृत करने की सूचना दी है।

इनका कहना है..
पेट्रोलियम कम्पनियों ने उज्जवला योजना के तहत वितरित गैस सिलेण्डरों को ५ किलो के मिनी सिलेण्डर में परिवर्तित करने की अनुमति दे दी है। इससे गरीब परिवार २८० रुपए में पांच किलो गैस ले सकेंगे।
-डीके मिश्रा, प्रभारी जिला आपूर्ति अधिकारी।

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