शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंचे नगर निगम आयुक्त इच्छित गढ़पाले के सामने नर्सिंग स्टाफ ने अपना दर्द बयां किया। इसके बाद प्रभारी अधिकारी गढ़पाले ने सर्जिकल विभाग के वार्ड में भर्ती रोहित तथा कमल को वार्ड छोडऩे की चेतावनी दी। खाली कराने की जिम्मेदारी अस्पताल चौकी पुलिस को दी गई खाली न करने पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। मिली जानकारी के अनुसार रोहित पैर की हड्डी टूटने की वजह से करीब आठ माह पहले भर्ती हुआ था। एेसी ही कहानी कमल की है। स्वस्थ हो जाने के बाद भी दोनों ने अस्पताल के बेड पर कब्जा जमा रखा था। इनकी खराबखोरी और सिगरेट की लत की वजह से अन्य मरीजों और स्टाफ को काफी परेशानी होती थी।
जेब में बीड़ी-माचिस का भंडार
सार्वजनिक क्षेत्र समेत जिला अस्पताल जैसी संस्थाओं में धूम्रपान, शराब सेवन आदि करना अवैध है। इसके बावजूद उक्त लोगों को कार्रवाई का कोई भय नहीं था। वे बेखौफ होकर परिसर में बीड़ी और शराब का सेवन करते थे। निगमायुक्त के निर्देश पर कर्मचारी द्वारा कमल की जेब से काफी मात्रा में बीड़ी-माचिस जब्त की गई।