ये है मामला 1 अगस्त 2017 को कोराडी थानांतर्गत आने वाले मनकापुर इलाके के एक अपार्टमेंट से नागपुर पुलिस की अपराध शाखा ने 97 लाख रुपए के पुराने नोट जब्त किए थे। इसी मामले से जुड़े अन्य चार आरोपियों को शुक्रवार को जिला सत्र न्यायालय से जमानत मिल गई। जज विभा इंगले ने आरोपियों को 20 हजार के मुचलके पर अग्रिम जमानत दे दी है।
97 लाख 50 हजार के पुराने नोट बरामद हुए थे पुलिस को प्राप्त गुप्त सूचना के आधार पर अपराध शाखा के उपायुक्त संभाजी वाघचौरे के नेतृत्व में पुलिस दल ने राणा अपार्टमेंट में छापा मारा था। मामले में तफ्तीश के बाद प्रसन्ना पारधी के साथ अन्य चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। जबकि ऋषि खोसला, कुमार छुगानी, डॉ. सुभास खंडारे और जोएब नादिर फरार थे, इस सब के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। हालांकि इन चारों ने बाद में अंतरिम जमानत ले ली थी। आरोपियों के पास से पुलिस को 97 लाख 50 हजार के बंद हो चुके पुराने नोट भी बरामद हुआ थे। शुक्रवार को जमानत हासिल करने वाले आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 342, 553, 188 के तहत कोरड़ी थाने में मामला दर्ज है।
अदालत में ऋषि खोसला और कुमार छुगानी की तरफ से एडवोकेट श्याम देवानी और हितेश खंडवानी ने जबकि जोएब नादिर की तरफ से रणजीत शारदेय के साथ डॉ. सुभास खंडार की तरफ से विपिन बावरे ने पैरवी की थी।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भी नागपुर जिले में कई स्थानों पर लाखों रुपए के पुराने नोट पुलिस बरामद कर चुकी है। कई जगह तो लाखों के नोट लावारिश हालात में पड़े मिले, एक-दो जगह तो कचरा पेटी या फिर पेड़ पर नोट लटके मिले।
अदालत में ऋषि खोसला और कुमार छुगानी की तरफ से एडवोकेट श्याम देवानी और हितेश खंडवानी ने जबकि जोएब नादिर की तरफ से रणजीत शारदेय के साथ डॉ. सुभास खंडार की तरफ से विपिन बावरे ने पैरवी की थी।
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भी नागपुर जिले में कई स्थानों पर लाखों रुपए के पुराने नोट पुलिस बरामद कर चुकी है। कई जगह तो लाखों के नोट लावारिश हालात में पड़े मिले, एक-दो जगह तो कचरा पेटी या फिर पेड़ पर नोट लटके मिले।