काफी समय बीत जाने पर भी प्रसव नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया, लेकिन शिशु मृत सौंपा गया। परिवार के शेषराव लाडे़ ने आरोप लगाया कि प्रसव के पूर्व सोनोग्राफी और अन्य जांच में शिशु को पूरी तरह स्वस्थ बताया गया तथा यह भी बताया गया कि गर्भ में शिशु अच्छी तरह घूम रहा है। इसके बावजूद डॉक्टरों ने बिना वजह बताए मृत शिशु थमा दिया।
पीडि़तों का कहना है कि सर्जरी के दौरान संभवता लापरवाही बरती गई, इस वजह से शिशु की मौत हुई है। गुस्साएं लोगों ने विभाग की सुरक्षा कर्मचारी को भी जमकर फटकार लगाई। हालांकि लोगों की समझाइश के बाद माहौल शांत हो गया।
शिकायत पर जांच
गायनिक विभाग में हुई घटना के संदर्भ में फिलहाल जानकारी नहीं है और न ही किसी ने शिकायत की है। शिकायत आती है तो जांच कराई जाएगी तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. सुशील राठी, सिविल सर्जन