व्यावहारिक परेशानी हालांकि ऑनलाइन पंजीयन कराने में व्यवहारिक परेशानियां भी श्रमिकों को आ रहीं हैं। श्रमिकों का कहना है कि नई प्रक्रिया में पुलिस वेरीफिकिशन रिपोर्ट मांगी गई है। दूसरा ऑनलाइन पंजीयन कराने उन्हें ऑनलाइन सेंटरों पर जाना होगा। सुबह से वे मंडी में काम पर लग जाते हैं। उनका कहना है कि कई श्रमिक शिक्षित भी नहीं है उन्हें दिक्कतें आ रहीं हैं। श्रमिकों ने मंडी सचिव से कहा है कि यदि मंडी परिसर में ही पंजीयन की व्यवस्था हो जाए तो ठीक रहेगा।
इस महीने तक कराना ही है पंजीयन मंडी बोर्ड ने सितम्बर तक सभी श्रमिकों को पंजीयन कराने के लिए कहा है। एेसा नहीं होता है तो सरकार की विभिन्न योजनाओं में मिलने वाले लाभ से वे वंचित रह सकते हैं। मंडी प्रबंधन का कहना है कि भोपाल से जो आदेश आए हैं उसी के अनुसार श्रमिकों को जानकारी देकर औपचारिकता पूरी करने को कहा जा रहा है। चूंकि ऑनलाइन ही पूरी प्रक्रिया होनी है स्थानीय स्तर से कुछ भी हस्तक्षेप नहीं कर सकते हैं।