छिंदवाड़ा

कृषि विभाग के हाल: दस साल में केवल कर्मचारी घटे

किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ ही फसलों के नुकसान की जानकारी रखने वाले ग्रामीण कृषि अधिकारी के स्वीकृत 25 में से 21 पद रिक्त है।

छिंदवाड़ाMar 05, 2024 / 08:18 pm

Sanjay Kumar Dandale

agriculture office

छिंदवाड़ा/ पांढुर्णा. किसानों की हितों की बात करने वाली सरकार के कृषि विभाग में नाममात्र के अधिकारी कर्मचारी हैं। कृषि विभाग पिछले दो साल से प्रभारी अधिकारी के भरोसे है। किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने के साथ ही फसलों के नुकसान की जानकारी रखने वाले ग्रामीण कृषि अधिकारी के स्वीकृत 25 में से 21 पद रिक्त है।
तीन एडीओ कृषि विकास अधिकारी के पद भी रिक्त है। एक ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और पूर्ति शाखा के आरएइओ कृषि विभाग कार्यालय का संचालन कर रहे है। ग्रामीण कृषि अधिकारियों की कमी से दूर दराज से गांव वालों को विभाग के कार्यालय पहुंचकर फसल बीमा सहित योजनाओं की जानकारी लेनी पड़ रही है। कब कौन सी योजना आई और वे कैसे लाभ पा सकते है। किसानों को इसकी जानकारी भी नहीं मिल पाती।
दस साल में कम होते चले गए : दस साल पहले 15 से 18 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पदस्थ थे। विभाग की बैठकों में कुर्सियां कम पड़ जाती थीं।
किसानों को कार्यालय चक्कर नहीं काटने पड़ते थे। अब हालात बदल गए हैं। विभागीय कार्यालय सुनसान सा रहता है। किसान आकर लौट जाते है। दस साल में 12 कृषि विस्तार अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए। अब केवल तिगांव, पाठई, पांढुर्ना और बड़़चिचोली में ही अधिकारी पदस्थ है। सिराठा, हिवरासेनडवार, उमरीकला जैसे क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर खेती किसानी हो रही है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.