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इ-अनुज्ञा के विरोध के चलते किसानों की फजीहत, चार दिनों से अनाज लेकर मंडी में बैठे हैं किसान

locationछिंदवाड़ाPublished: Jul 05, 2019 01:16:05 am

Submitted by:

prabha shankar

कुसमेली मंडी में गुरुवार को भी अनाज की बोली नहीं लगी, पसरा रहा सन्नाटा

Opposition to e-permit

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छिंदवाड़ा. व्यापारियों और सरकार की तनातनी के बीच किसान मंडी में परेशान हो रहा है। कुसमेली मंडी में गुरुवार को भी अनाज की बोली नहीं लगी। मंडी में सन्नाटा पसरा रहा। इस बीच दो दर्जन से ज्यादा किसान यहां चार दिन से अपने अनाज की रखवाली कर रहे हैं। सोमवार की सुबह वे मंडी में अनाज लेकर आए थे। यहां आकर पता चला कि खरीदी नहीं होगी। भाड़ा लगाकर यहां आए थे इसलिए अनाज यहीं रख लिया। किसान सोच रहे थे कि एक दो दिन में शायद खरीदी शुरू हो जाए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
मंडी में इस समय करीब पचासों क्विंटल अनाज लेकर किसान बैठे हैं। मंडी बंद होने के कारण होटल और कैंटीन भी बंद हैं। किसान मजबूरी में बाहर जाकर खाना खा रहे हैं या फिर घर से खाना बुलवा रहे हैं। रात मेें अनाज की रखवाली करने यहीं सो भी रहं हैं। जटलापुर के राजेश 100 कट्टी गेहूं लाए हैं तो खैरवाड़ा के कमलेश साहू 22 क्विंटल अनाज बेचने मंडी में लाए हैं। इन्हीं के साथ 20 कट्टे सज्जेलाल और 40 कट्टे सतीश साहू लाए हैं। घोघरा के किसान घुडऩलाल भी लगभग 50 कट्टे गेहूं यहां बेचने लाए हैं।

चार व्यापारियों ने कटाई इ-अनुज्ञा
कृषि उपज मंडी में इ- अनुज्ञा के खिलाफ व्यापारियों की चल रही हड़ताल के बीच गुरुवार को चार व्यापारियों ने इ-अनुज्ञा कटवाई। जबकि कुछ व्यापारी इ-अनुज्ञा के जरिए व्यापार न करने पर अड़े हैं। व्यापारियों के इस कदम से छिंदवाड़ा मंडी में व्यापारियों में आपसी फूट सामने देख रही है। मंडी सचिव केएल कुलमी ने बताया कि सोयाबीन और गुड़ खरीदी के लिए चार कम्पनियों ने इ-अनुज्ञा कटाई है। इधर व्यापारी नेता आशुतोष डागा ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक आदेश निकल सकता है। इ-अनुज्ञा के स्थगित होने के आदेश के बाद ही मंडी में व्यापारी नीलामी में भाग लेंगे अन्यथा नहीं।

प्रदेश की सभी मंडियों में इ- अनुज्ञा अनिवार्य
गौरतलब है एक जुलाई से प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों में ई अनुज्ञा के जरिए व्यापरियों को अनाज खरीदना अनिवार्य कर दिया था। कई जगह व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं। इधर मंडी सूत्रों के अनुसार कई मंडियों में इ-अनुज्ञा के जरिए व्यापार शुरू है। फिलहाल मामला जो भी हो छिंदवाड़ा में तो किसान इस झमेले में परेशान हो रहे हैं।

नया आदेश आया तो ही नीलामी संभव
बुधवार को व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिला था। उन्होंने एक महीने के लिए इ-अनुज्ञा को स्थगित करने की बात कही है, लेकिन इस समबंध में मंडी बोर्ड से अभी कोई लिखित आदेश जिलों में नहीं आए हैं। यदि ऐसा आदेश आता है तो ही नीलामी सम्भव हो सकती है। गुरुवार की शाम तक तो मंडी सचिव केएल कुलमी ने ऐसा कोई आदेश पत्र नहीं मिलने की बात कही। उनका कहना है कि अनुज्ञा ऑनलाइन ही भरना है इसलिए मैयुअल देना तो सम्भव है ही नहीं। ऐसे में शुक्रवार को आदेश आया भी तो खरीदी सम्भव नहीं होगी। शनिवार, रविवार को मंडी बंद रहेगी यानी बात सोमवार पर गई।

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