सुरक्षा के दिए गए हैं निर्देश
प्रवेश की प्रक्रिया विद्यालय में उपलब्ध कक्षों के आधार पर एक स्लॉट में अधिकतम 25 विद्यार्थियों को बुलाया जाएगा। किसी भी कक्षा में पांच से अधिक विद्यार्थी मौजूद नहीं होंगे। कक्ष में प्रवेश करने की जानकारी कक्ष के बाहर चस्पा कागज पर लिखी होगी। प्रवेश करते समय दो गज की दूरी एवं मास्क लगाना अनिवार्य होगा। स्कूल के गेट पर ही पानी, साबुन एवं सेनेटाइजर की व्यवस्था स्कूलों को करनी होगी।
10वीं के छात्रों को भी मिलेगा प्रवेश कक्षा 10वीं के परीक्षा परिणाम अभी जारी नहीं हुए हैं, उनके जुलाई के पहले सप्ताह में आने की संभावना है, लेकिन 30 जून तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी है इसके लिए उन्हें भी 11 वीं प्रवेश, अद्र्धवार्षिक परीक्षा के परिणामों के अनुसार दिया जाएगा। इसके लिए उन्हे परिणामों का इंतजार नहीं करना होगा
विद्यार्थियों से भरवाए जाएंगे प्रपत्र
विद्यार्थियों से प्रवेश के समय प्रपत्र भरवाए जाएंगे जिसमें उनसे स्मार्ट फोन, वाट्सऐप नम्बर, टीवी, सामान्य फोन, मोबाइल रखने वाले का नाम, सहित डिजीलेप की जानकारी के बारे में जानकारी देंगे। जबकि शिक्षकों द्वारा भी छात्र के पास स्मार्ट फोन की उपलब्धता के बारे में एक प्रपत्र भरकर प्राचार्य को दिया जाएगा। वहीं प्राचार्य भी प्रतिदिन प्रवेश पूर्ण होने पर स्मार्ट फोन, टीवी से लेकर समस्त जानकारी दर्ज करते हुए एक अलग प्रपत्र तैयार करेंगे।
इनका कहना है
स्कूल लगना चाहिए, बच्चों की पढ़ाई खिलाफ नहीं है लेकिन प्रवेश प्रक्रिया ऑफलाइन की जा रही है। यदि प्रवेश प्रकिया के दौरान यदि किसी बच्चे को संक्रमण होता है तो जिम्मेदारी किसकी रहेगी। ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया भी ऑनलाइन पढ़ाई की तरह ही है, ऐसे समय में सुरक्षित हो सकती हैं।
रोहित रॉबिन मालवी, अभिभावक
बच्चों का एडमिशन प्रक्रिया 15-20 के स्लाट बनाकर पूरी की जाएगी। सभी स्कूलों को सूचना दी जा चुकी है, प्रवेश प्रक्रिया ऑफलाइन ही की जाएगी। प्रवेश 30 जून तक किए जाने हैं।
अरविंद चौरगढ़े, जिला शिक्षा अधिकारी