यह है सबसे बड़ी वजह सडक़ों की स्थिति अच्छी होने के कारण अमूमन वाहनों के चालक रफ्तार में चलते हंै। बस चालक समय मिलाने के चक्कर में तय सीमा से अधिक रफ्तार में चलते हैं। कुछ रास्तों पर दौडऩे वाली बसें कंडम हो चुकी हैं। रफ्तार अधिक होने के कारण नियंत्रण नहीं होता और फिर हादसा होता है जिसमें जानें जा रही। बस को तेज चलाने के लिए वाहन के चालक स्पीड गवर्नर से छेड़छाड़ करते हैं इसका खुलासा आरटीओ सुनील कुमार शुक्ला की जांच में ही सामने आया है। वाहन में क्षमता से अधिक यात्री बैठाए जा रहे हैं। बस के गेट पर लटककर भी लोग सफर कर रहे हैं।
लोग जल्दबाजी में उठा रहे जोखिम आम लोगों को भी जागरूक होने की जरूरत है। बसों में जगह नहीं होने के बाद लोग समय बचाने के लिए गेट पर लटककर और खड़े-खड़े सफर करने को तैयार हो जाते हैं। किराया पूरा देते हैं, लेकिन सुरक्षित सफर के लिए कुछ समय रुकना नहीं चाहते। वाहनों में ओवरलोडिंग की यह भी एक बड़ी वजह है। इसका भी आमजन विरोध नहीं करता। लोग जागरूक हो जाएं तो इस तरह की नौबत नहीं आएगी।