पालाखेड़-रजाड़ा मार्ग बदहाल
बीते कई वर्षों से इस सडक़ को बनाने की मांग उठ रही है लेकिन आज तक कुछ नहीं हो पाया है।

पालाखेड़. मोहखेड़ तहसील जो मुख्यमंत्री कमलनाथ का गृह विकासखंड है । क्षेत्र का पालाखेड से रजाड़ा पहुंच मार्ग बदहाल है और यह मार्ग छिन्दवाड़ा मॉडल पर कभी ना मिटने वाला धब्बा जैसा प्रतीत हो रहा है। बीते कई वर्षों से इस सडक़ को बनाने की मांग उठ रही है लेकिन आज तक कुछ नहीं हो पाया है। पांढुर्णा विधानसभा के अंतर्गत आने वाले ये दोनों गांव आज भी सडक़ सुविधा से वंचित है। चुनाव आते ही नेता बड़े-बड़े वादे करके वोट तो ले लेते है फिर पांच साल तक नजर नहीं आते।
ग्राम पालाखेड़ से रजाड़ा तक जाने वाले मार्ग की स्थिति पहली बारिश में दलदल में तब्दील हो गई है। पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। 25 साल में कितने विधायक आये और चले गए लेकिन उन्हें आम जनता की परेशानी नहीं केवल वोट ही दिखते है। सडक़ की ऐसी स्थिति देखकर दोनों गांवों के लोगों में काफी आक्रोश है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर कब तक बनेगी ये सडक़। क्या क्षेत्रीय विधायक या नवनिर्वाचित सांसद इस ओर ध्यान देंगे , क्या मुख्यमंत्री कमलनाथ का इस ओर ध्यान जाएगा।
अब पाइए अपने शहर ( Chhindwara News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज