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Park: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व का ये गेट खुल जाए तो पर्यटन में लग जाए चार चांद..जानिए

locationछिंदवाड़ाPublished: Sep 18, 2021 09:23:59 pm

Submitted by:

manohar soni

छिंदवाड़ा की सीमा से लगती बफर जोन की सीमाएं,टाइगर रिजर्व को प्रस्ताव भेजेंगे प्रस्ताव

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छिंदवाड़ा.सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफर जोन से लगती देलाखारी और झिरपा की सीमा से पार्क का प्रवेश द्वार खुल जाए तो तामिया की खूबसूरती निहारने आनेवाले पर्यटकों को न केवल टाइगर समेत अन्य वन्य प्राणी देखने को मिलेंगे बल्कि पार्क के प्राकृतिक वातावरण का भी आनंद भी मिलेगा। इस दिशा में पश्चिम वनमण्डल के अधिकारियों ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। उन्होंने प्रारंभिक तौर पर टाइगर रिजर्व प्रबंधन से बातचीत की है। आगे सरकारी प्रक्रिया में इस प्रस्ताव को विधिवत् भेजकर अनुमति के प्रयास होंगे।
जिला मुख्यालय से 55 किमी दूर इको पर्यटन केन्द्र तामिया अपनी प्राकृतिक सुन्दरता और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है । मनमोहक वादियां अनायास ही पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है । वन विभाग द्वारा इस क्षेत्र के 26 प्राकृतिक स्थलों को इको टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करने का प्लान तैयार किया गया है। इसके लिए 19 ग्रामीणों को टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण भी दिलाया गया है। इस इलाके में पहले जिप्सी के माध्यम से पर्यटकों को भ्रमण कराने की योजना बनाई गई है। इस पर निजी क्षेत्र को आमंत्रित किए जाने पर यह समस्या सामने आई कि जिप्सी के संचालक इन प्राकृतिक स्थलों पर निर्भर नहीं रहना चाहते। इससे उन्हें कम आय होने की आशंका है। ऐसे में यह विचार सामने आया है कि यदि इस पर्यटन को सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की सैर से जोड़ दिया जाए तो पर्यटक जिप्सी में न केवल आसपास के प्राकृतिक वातावरण को निहार सकेंगे बल्कि टाइगर रिजर्व को भी देख सकेंगे। टाइगर रिजर्व के बफर जोन की सीमा देलाखारी और झिरपा रेंज से लगती है। यहां से आम पर्यटकों के लिए रास्ता निकाला जा सकता है। इस विचार पर वन अधिकारी आगे बढऩे सहमत हो गए हैं।
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झिंगरिया फाल के साथ नेचर ट्रेक के लिए भेजेंगे प्रस्ताव
छिन्दवाड़ा-भोपाल मुख्य मार्ग पर ग्राम देलाखारी से लगभग 15 कि दूरी पर ग्राम पीपरदार के पास झिंगरिया नदी पर झिंगरिया फाल स्थित हैं । देलाखारी से मार्ग के दोनों ओर घना जंगल लगा हुआ है । यहां के मनोरम छटायें पर्यटकों को अपनी बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है। इस झिंगरिया फाल के साथ आसपास के जंगलों के भ्रमण के लिए नेचर ट्रेक का प्रस्ताव इको टूरिज्म बोर्ड को भेजने का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। जिसे जल्द ही भेजा जाएगा।

नेचर ट्रेक और पार्क गेट से बढ़ सकता है पर्यटन
तामिया के पर्यटन के पैरोकार और प्रमोटर पवन श्रीवास्तव ने झिंगरिया वाटर फाल और सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के बफर जोन गेट के प्रस्ताव का स्वागत करते हुए कहा कि वन विभाग इसे हकीकत में अमलीजामा पहनाए तो तामिया पर्यटन बढ़ सकता है। इससे स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार से जोडऩे की पहल भी करने की जरूरत है। जैसे उनके पारंपरिक भोजन और संसाधनों का उपयोग किया जाए तो इस पर्यटन आर्थिक चक्र से खुशहाली आएगी।
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पन्ना टाइगर रिजर्व की तरह विकसित करेंगे पर्यटन : जरांडे
पश्चिम वनमण्डल में हाल ही में आए डीएफओ ईश्वर जरांडे पहले पन्ना टाइगर रिजर्व में पदस्थ रहे और उन्होंने पार्क पर्यटन के लिए जंगल में सफारी जैसे प्रयोग किए। उन्होंने पत्रिका से बातचीत में कहा कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की बफर जोन की सीमा से तामिया के पर्यटन को जोडऩे के लिए प्रयास शुरू किए गए हैं। इसका गेट खुलवाने टाइगर रिजर्व प्रबंधन से बातचीत की जा रही है। इसका प्रस्ताव भी भेजा जाएगा। डीएफओ ने कहा कि झिंगरिया वाटर फाल में नेचर ट्रेक का प्रस्ताव भी इको टूरिज्म बोर्ड को पहुंचाया जाएगा। इसके साथ ही अन्य पर्यटन योजनाएं भी बनाई जा रही है। वे पन्ना टाइगर रिजर्व की तरह छिंदवाड़ा में नवाचार करेंगे।

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