भक्तिभाव से मनाया पार्श्वनाथ निर्वाण महोत्सव सकल जैन समाज ने विविध अनुष्ठानों के साथ जैन दर्शन के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान का निर्वाण महोत्सव मोक्ष कल्याणक उत्सव के रूप में मनाया और धर्म आराधना की। मोक्ष कल्याणक की खुशी में श्री दिगम्बर जैन मुमुक्षु मंडल, अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन, प्रियकारिणी महिला मंडल और वृंद बालिकाओं ने नई आबादी गांधीगंज स्थित पाŸवनाथ जिनालय में कार्यक्रम किया।
सभी ने वीतरागी देव, निग्र्रन्थ गुरु और दयामय मां जिनवाणी की पूजन कर पार्श्वनाथ विधान किया। इसके बाद निर्वाण कांड पढकऱ मोक्ष कल्याणक का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाकर मंगलकारी महोत्सव मनाया। मोक्ष सप्तमी के प्रसंग पर बड़ी संख्या में वृंद बालिकाओं ने सामूहिक उपवास रखकर सारा दिन जिनालय और स्वाध्याय भवन में धर्म आराधना में व्यतीत किया। बाल ब्रह्मचारणीय डॉ. आरती दीदी ने महासतियों के आदर्श जीवन चरित्र के साथ जैन दर्शन का पाठ पढ़ाया। सभी बालिकाओं ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
सभी ने वीतरागी देव, निग्र्रन्थ गुरु और दयामय मां जिनवाणी की पूजन कर पार्श्वनाथ विधान किया। इसके बाद निर्वाण कांड पढकऱ मोक्ष कल्याणक का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाकर मंगलकारी महोत्सव मनाया। मोक्ष सप्तमी के प्रसंग पर बड़ी संख्या में वृंद बालिकाओं ने सामूहिक उपवास रखकर सारा दिन जिनालय और स्वाध्याय भवन में धर्म आराधना में व्यतीत किया। बाल ब्रह्मचारणीय डॉ. आरती दीदी ने महासतियों के आदर्श जीवन चरित्र के साथ जैन दर्शन का पाठ पढ़ाया। सभी बालिकाओं ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।