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शिखर जी की काल्पनिक रचना कर मनाया निर्वाण महोत्सव

locationछिंदवाड़ाPublished: Aug 08, 2019 12:19:35 pm

Submitted by:

Rajendra Sharma

आदिनाथ मंदिर में मुकुट सप्तमी महोत्सव के तहत विविध अनुष्ठान

Parshvanath Nirvana Festival celebrated

Parshvanath Nirvana Festival celebrated

छिंदवाड़ा. आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर गोलगंज स्थित योग सागर सभागार में पारसनाथ निर्वाण महोत्सव मुकुट सप्तमी महोत्सव के रूप में बुधवार को मनाया गया। ज्येष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण योगसागर के ससंघ सानिध्य में मनाया गया।
समिति ने भव्य मधुबन स्थित शिखर जी की रचना काल्पनिक रूप से की थी, जो कि अत्यंत मनोहारी नजर आ रही थी। पाŸवनाथ भगवान की प्रतिमा का विशेष पूजन-अर्चन शांतिधारा की गई। इसके बाद सभी धर्मावलंबियों ने निर्वाण लाडृू चढ़ाया। साधर्मी बंधुओं के 23 लाडू भक्ति भाव से चढ़ाए गए। परमपूज्य मुनिश्री ने अपने मंगल प्रवचन में वास्तविक जीवन में अपने अंदर के अद्रश्य शक्ति को पहचान कर अपना कल्याण करने के लिए भगवान की आराधना को मुख्य बताया। उन्होंने कहा कि भगवान पर कितने उपसर्ग हुए मगर वे अपनी साधना से विचलित नहीं हुए। इसी प्रकार हम भी अपने लक्ष्य की ओर आगे बढें़। पारसनाथ निर्वाण महोत्सव के पावन दिन को करीब 40 से 50 नवयुवतियों ने उपवास के संकल्प मुनिश्री के समक्ष लिए।
भक्तिभाव से मनाया पार्श्वनाथ निर्वाण महोत्सव

सकल जैन समाज ने विविध अनुष्ठानों के साथ जैन दर्शन के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ भगवान का निर्वाण महोत्सव मोक्ष कल्याणक उत्सव के रूप में मनाया और धर्म आराधना की। मोक्ष कल्याणक की खुशी में श्री दिगम्बर जैन मुमुक्षु मंडल, अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन, प्रियकारिणी महिला मंडल और वृंद बालिकाओं ने नई आबादी गांधीगंज स्थित पाŸवनाथ जिनालय में कार्यक्रम किया।
सभी ने वीतरागी देव, निग्र्रन्थ गुरु और दयामय मां जिनवाणी की पूजन कर पार्श्वनाथ विधान किया। इसके बाद निर्वाण कांड पढकऱ मोक्ष कल्याणक का प्रतीक निर्वाण लाडू चढ़ाकर मंगलकारी महोत्सव मनाया। मोक्ष सप्तमी के प्रसंग पर बड़ी संख्या में वृंद बालिकाओं ने सामूहिक उपवास रखकर सारा दिन जिनालय और स्वाध्याय भवन में धर्म आराधना में व्यतीत किया। बाल ब्रह्मचारणीय डॉ. आरती दीदी ने महासतियों के आदर्श जीवन चरित्र के साथ जैन दर्शन का पाठ पढ़ाया। सभी बालिकाओं ने उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
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