शुक्रवार देर शाम तक परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला के नेतृत्व में टीम ने 250 बसें अधिग्रहित कर ली थी। छोटे वाहन 450 भी खड़े करा लिए गए थे। वाहन को अधिग्रहित कर कलेक्ट्रेट के सामने स्थित मैदान में खड़ा कराया जा रहा है जहां चालक और परिचालक के लिए खाने की व्यवस्था की गई है। चुनाव ड्यूटी के दौरान वाहन चालक और परिचालक को पूरी सुविधा दी जाएगी। चुनाव सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन को 538 यात्री बसों और 700 छोटे वाहनों की जरूरत है। सभी वाहन जिले से ही अधिग्रहित किए जा रहे हैं। निजी स्कूलों की छुट्टियां लग चुकी है इसके चलते स्कूल बसें भी अधिग्रहित की जा रही है। शनिवार तक सभी वाहनों का अधिग्रहण कर लिया जाएगा। हालांकि इस दौरान एेसा कोई मार्ग नहीं होगा जिस पर वाहन बिल्कुल न चलें। सभी रास्तों के लिए वाहन छोड़े गए हैं ताकि यात्रियों को परेशानी न हों।
यात्रियों का रखा गया है ध्यान
मतदान के दिन भी यात्रियों को सफर के लिए वाहन मिलेंगे। प्रशासन ने इस बात का विशेष ध्यान रखा है। परिवहन अधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने बताया कि नागपुर रोड पर 15 बसें, भोपाल के लिए 20 बसें और जबलपुर के लिए करीब 30 बसें चलेंगी। सभी वाहनों का अधिग्रहण नहीं किया गया है। छोटे वाहन भी सडक़ों पर यात्रियों के लिए चलेंगे। 29 अप्रैल की रात से वाहन छोडऩे शुरू कर दिए जाएंगे। मतदान के दिन अगर कोई भी वाहन चालक यात्रियों से अधिक किराया वसूलता है और उसकी शिकायत मिली तो वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। परमिट भी रद्द किया जा सकता है।