नागपुर में सुविधा, एमआरआइ जांच में ज्यादा खर्च
एमआरआइ जांच की सुविधा केवल नागपुर और भोपाल में है। ऐसे में अस्थिरोग से जुड़े डॉक्टर मरीजों को एमआरआइ जांच कराने लिखते हैं तो मजबूरी में उन्हें नागपुर जाना पड़ता है। इस जांच समेत इलाज का खर्च दस हजार रुपए आता है। आउटसोर्सिंग एजेंसी को नहीं दे रहे संचालन अस्पताल के चिकित्सक पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को एमआरआइ मशीन का संचालन आउटसोर्सिंग एजेंसी को देने का सुझाव दे चुके हैं लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं ले पाया है। डीन डॉ.जीबी रामटेके इस बारे में कोई जवाब देने को तैयार नहीं हैं।
इनका कहना है
जिला अस्पताल में तापमान में मेंटनेंस की समस्या के चलते एमआरआई मशीन का संचालन बंद पड़ा है।
-डॉ.शिखर सुराना, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल।
सेंट्रोफ्यूज मशीन अस्पताल पहुंची, मरीजों को मिलेगी राहत
अस्पताल के पैथालॉजी सेंटर में सेंट्रोफ्यूज मशीन पहुंच गई है। सम्बंधित तकनीशियन के आने पर इसे इंस्टॉल कराया जाएगा। इससे ब्लड प्लाज्मा और प्लेटरेट बनाने की समस्या का समाधान हो जाएगा। मरीजों को प्राइवेट में महंगा शुल्क नहीं देना पड़ेगा, बल्कि अस्पताल में ही सुविधा मिल जाएगी। गौरतलब है कि फरवरी माह में मशीन बिगडऩे पर अस्पताल प्रबंधन ने इसे खरीदने का निर्णय लिया था। उसके बाद इस मशीन को खरीदने केऑर्डर दिए गए। सिविल सर्जन के मुताबिक यह मशीन आ गई है।