बताया जाता है कि वर्तमान में सम्बंधित महिला मरीज का उपचार नागपुर के एक निजी अस्पताल में जारी है। वहीं विभाग महिला को वापस जिला अस्पताल में भर्ती कराने के लिए प्रयासरत है। गौरतलब है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण हाल ही में जिला पंचायत सदस्य अंगूरी नागवंशी के भाई सुरेश की मौत डेंगू की वजह से हो गई थी। जिला अस्पताल मेंं डॉक्टरों ने युवक की स्थिति सामान्य बताई थी।
जिला अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को दूषित चादरों से अब मुक्ति मिल जाएगी तथा कुछ ही समय के इंतजार में साफ व धुली हुई चादर मिल सकेगी। इसके लिए मंगलवार को सुबह ११ बजे विधायक तथा कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में स्थित आधुनिक तकनीक वाली लांड्री की शुरुआत की है।
इस अवसर पर विधायक चौधरी चंद्रभान सिंह ने फीता काटकर लांड्री को शुरू किया। कार्यक्रम में कलेक्टर जेके जैन, सीएमएचओ डॉ. जेएस गोगिया, आरएमओ डॉ. सुशील दुबे, डॉ. शिखर सुराना समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। लांड्री संचालक रविंद्र सिंह राजपूत ने बताया कि मशीनों के माध्यम से गंदी चादरों को कुछ ही समय में साफ तथा सूखाकर उपयोग में लाया जा सकेगा।
ये हैं विशेषताएं
१. मशीन एक घंटे में ५० से ६५ चादर तथा ३५ से४० कम्बल धो सकती है।
२. एक बार की धुलाई में ८०० से १००० लीटर पानी लगता है।
३. लिक्विड कैमिकल के उपयोग से होती है धुलाई, वाशिंग पावडर का कम उपयोग होता है।
४. धुलाई के बाद निकलने वाला दूषित पानी हानिकारक नहीं है।
५. ६५० हार्स पावर की कुल तीन मशीनों का उपयोग होगा लांड्री में।