छिंदवाड़ा

डेढ़ घंटे देरी से आई पेंचवैली पैसेंजर

भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर प्रभावित हुई। यह ट्रेन एक घंटे 20 मिनट की देरी से भंडारकुंड से बैतूल के लिए रवाना की गई।

छिंदवाड़ाJan 04, 2019 / 05:56 pm

sunil lakhera

डेढ़ घंटे देरी से आई पेंचवैली पैसेंजर

छिंदवाड़ा. पेंचवैली फास्ट पैसेंजर गुरुवार को निर्धारित समय से डेढ़ घंटे की देरी से सुबह ६ बजे छिंदवाड़ा एवं एक घंटे १३ मिनट की देरी से सुबह ७.२३ बजे भंडारकुंड पहुंची। ऐसे में भंडारकुंड-बैतूल पैसेंजर प्रभावित हुई। यह ट्रेन एक घंटे २० मिनट की देरी से भंडारकुंड से बैतूल के लिए रवाना की गई। पैसेंजर छिंदवाड़ा डेढ़ घंटे की देरी से सुबह ९.११ बजे पहुंची। हालांकि ट्रेन को पातालकोट एक्सप्रेस को ग्रीन सिग्नल देने के लिए लगभग दो घंटे छिंदवाड़ा में खड़ा कर दिया गया। ऐसे में यह ट्रेन तीन घंटे की देरी से दोपहर १२ बजे परासिया पहुंची। ट्रेन के देरी से चलने के कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
रेलवे स्टेशन के ऑपरेटिंग विभाग में थोकबंद तबादले- दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नागपुर मंडल ने आखिरकार मॉडल रेलवे स्टेशन के ऑपरेटिंग विभाग की कार्यप्रणाली को देखते हुए बड़ा फैसला ले लिया। मंडल ने मुख्य स्टेशन प्रबंधक सहित तीन डिप्टी एसएस का स्थानांतरण कर दिया है। इनकी जगह पर नई तैनाती भी कर दी गई है। अब मॉडल रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक संतोष श्रीवास होंगे। उनका स्थानांतरण आमगांव से छिंदवाड़ा किया गया है।
वहीं छिंदवाड़ा स्टेशन पर अब तक पदस्थ रहे स्टेशन प्रबंधक आरके वाजपेयी को खापरखेड़ा स्थानांतरित किया गया है। हालांकि वरिष्ठ अधिकारी इसे रूटीन ट्रांसफर बता रहे हैं। गौरतलब है कि पांच दिसम्बर २०१८ की रात पेंचवैली फास्ट पैसेंजर छिंदवाड़ा से इंदौर के लिए रवाना की गई थी। उस दिन छिंदवाड़ा रेलवे स्टेशन के ऑपरेटिंग विभाग द्वारा कॉशन ऑर्डर में परासिया से इकलेहरा के बीच अंडर ब्रिज निर्माण कार्य के चलते ट्रेन की स्पीड का जिक्र नहीं किया गया। ऐसे में पेंचवैली पैसेंजर के लोको पायलट ने परासिया से इकलेहरा के बीच निर्माण कार्य के दौरान ट्रेन की गति २० की जगह ७० किमी प्रति घंटे की रखी। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ।
मामले की गम्भीरता को देखते हुए रेलवे आमला रेंज ने दपूमरे नागपुर मंडल को शिकायत की थी। जिस पर सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने छिंदवाड़ा पहुंचकर जांच की। मामले में ऑपरेटिंग विभाग की लापरवाही उजागर हुई थी। वहीं १७ दिसम्बर को डिप्टी एसएस अजय कुमार ने भी स्टेशन प्रबंधक पर अभ्रदता का आरोप लगाते हुए कर्मचारी शिकायत में जिक्र किया था। सूत्रों की मानें तो कई अन्य मामले को लेकर भी दपूमरे नागपुर मंडल के वरिष्ठ अधिकारी ऑपरेटिंग विभाग के कामकाज से नाराज थे। जिसके पश्चात स्थानांतरण का फैसला लिया गया।

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