छिंदवाड़ा

जनता ने लगाए प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारे

नगर में शनिवार को जवारे व प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान बजाए जा रहे। बैंड को प्रशासन की ओर से रोकने पर लोगों ने नाराजगी जताई। इस मुद्दे पर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच बहस भी हुई।

छिंदवाड़ाOct 17, 2021 / 07:15 pm

Sanjay Kumar Dandale

administration and police

छिंदवाड़ा/अमरवाड़ा . नगर में शनिवार को जवारे व प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान बजाए जा रहे। बैंड को प्रशासन की ओर से रोकने पर लोगों ने नाराजगी जताई। इस मुद्दे पर प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधियों के बीच बहस भी हुई। अमरवाड़ा एसडीएम अभिषेक सराफ ने मातेश्वरी मंदिर से निकली विसर्जन यात्रा में बैंड वादन को रुकवा दिया। इससे यात्रा में मौजूद लोगों ने ऐतराज किया। एसडीओपी संतोष डेहरिया ,नगर निरीक्षक मोहन मसकोले व पुलिस अधिकारियों ने विवाद को शांत कराया। लोगों का कहना था कि शांति समिति की बैठक में बैंड बाजा और शोभा यात्रा के बारे में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच मापदंड तय कर लिए गए थे। उसी के अनुसार शोभायात्रा निकाली गई, लेकिन शांति समिति की दूसरी बैठक में एसडीएम नहीं थे। उन्हें बैठक में किए गए निर्णय की जानकारी नहीं दी गई। संवाद हीनता के कारण विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई । इस मामले में पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेम नारायण ठाकुर, विधायक प्रतिनिधि दीपक नेमा, उत्तम ठाकुर ,नगर कांग्रेस अध्यक्ष विनोद चौरसिया सहित हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों की एसडीएम से बहस भी हुई।
लोगों का कहना था कि महानगरों में सभी राजनीतिक व धार्मिक आयोजन हो रहे हैं ,लेकिन अमरवाड़ा में क्यों रोका जा रहा है। लोगों ने तैश में आकर प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारे भी लगाए। वही हिंदू संगठनों के युवाओं ने सडक़ पर बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। समझाइश के बाद उन्हें हटाया गया।
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