जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. पुष्पा रानी सिंह ने बताया कि जिले के चार ब्लाकों में पोलियो की वैक्सीन पहुंचा दी गई तथा शेष ब्लाकों में भेजने की प्रक्रिया जारी है। गर्मी के मौसम में वैक्सीन खराब न हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है तथा आइस पैक और फ्रिजर के तापमान की मॉनिटरिंग की जा रही है। पल्स पोलिया अभियान के प्रथम दिन जिले के समस्त ब्लाकों में बूथ लेबल पर दवा पिलाई जाएगी। इसके बाद अगले दो दिन घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाई जाएगी।
परखी जाएगी सतर्कता – स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैसे तो गुलाबी रंग पोलियो दवा पिलाई जाएगी, लेकिन चिकित्सा अधिकारी-कर्मचारियों की सतर्कता के लिए 2000 में एकाध अन्य रंग अर्थात पीले रंग की दवा वैक्सीन स्टॉक में निकलती है। हालांकि यह दवा खराब नहीं होती है। इसका भी डोज बच्चों को दिया जा सकता है।
फैक्ट फाइल – 1. जिले में बनाए गए पोलिया बूथ – 2076 2. जिले में पांच साल तक के बच्चाों को दवा पिलाने का लक्ष्य – 230896 3. अभियान के सुचारु संचालन के लिए नियुक्त सुपरवाइजर – 272
4. बच्चों को दवा पिलाने वाले कर्मचारियों की संख्या – 4715 5. जिले को मिले पोलियो डोज की संख्या – 372660