इधर प्रदेश सरकार की एक और घोषणा पर टिप्पणी करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओक्टे ने कहा कि त्रासदी के दौर में भी प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मृतक के अनाथ परिजन को परिजन को पांच हजार रुपए की पेंशन दिए जाने की घोषणा सरकार की भडक़ाऊ व भ्रमित करने वाली सोच को उजागर करती है। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओक्टे ने कहा कि जिला प्रशासन व राज्य सरकार के पास कोरोना से हुईं मौतें और गैर कोरोना से हुई मौतों के वास्तविक आंकड़े नहीं हैं। जबकि प्रत्येक मृतक को कोरोना संदिग्ध मानकर उसकी कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंत्येष्टि की गई है। फिर प्रशासन वास्तविक व पात्र परिवारों का चयन कैसे करेगा। इसके अलावा भी नगर, ग्राम व मजरे टोलों में मौतें हुई है उनके भी आंकड़े और मृत्यु के कारण अज्ञात हैं। सरकार उन्हें किस श्रेणी में सम्मिलित करेगी। क्या मृतकों के परिजन को मृतक की कोरोना से हुई मृत्यु का प्रमाण पत्र दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता इस सवालों का जवाब दें।