छिंदवाड़ाPublished: Oct 13, 2019 12:10:28 pm
prabha shankar
Politics: जिले में बड़े बदलाव की अब हलचल नहीं,सत्ता पक्ष के अंदर की राजनीति, युकां अध्यक्ष के इस्तीफे से बढ़ गई थी सुगबुगाहट
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छिंदवाड़ा/ पिछले महीने कांग्रेस के जिला संगठन में बदलाव की खूब चर्चा थी। क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटियों और ग्रामीण स्तर पर कुछ पदाधिकारियों के फेरबदल के बाद यह चर्चा तेजी से उठी कि जिलास्तर पर भी बदलाव किया जा सकता है। पिछले एक पखवाड़ें में ऐसा कोई फेरबदल जिले में नहीं हुआ है। इससे अब ये माना जा रहा है कि अगले चुनाव तक बदलाव और खासकर बड़े पदों पर अब कोई बदलाव नहीं होने वाला।
लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से जीत न मिलने के कारण ऐसा लग रहा था कि कमलनाथ अब संगठन में सर्जरी करने के मूड में हैं, लेकिन ऐसा कुछ दिखा नहीं। फिलहाल बदलाव की सुगबुगाहट के बीच पद पाने वाले नेता जरूर कुछ पाने के लिए सक्रिय दिखे, लेकिन उन्हें फायदा नहीं मिल सका। युवक कांग्रेस अध्यक्ष सचिन वानखेड़े के इस्तीफा दे दिया तो नए अध्यक्ष के बजाए पांढुर्ना के विधायक निलेश उइके को अध्यक्ष का प्रभार दे दिया गया। दरअसल, आने वाले दिन चुनाव के हैं। निगम चुनावों की हलचलें शुरू हो गई है। उसके बाद सहकारी समितियों और मंडी चुनाव हैं। कमलनाथ का ध्यान वैसे भी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा रहता है। वहां वे संगठन में विश्वस्त को ही मौका देते रहे हैं। ऐसे में जहां उन्हें लगा उन्होंने बदलाव कर दिया। जिला सहकारी बैंक में विजय चौधरी को प्रशासक बनाकर बिठा दिया है। ऐसा करके उन्होंने सौंसर पर फिर भरोसा जताया है। फिलहाल जिले में जो विधायक हैं उसमें सब सक्रिय हैं और ज्यादातर युवा। इन जनप्रतिनिधियों से युवाओं को जोडऩे की कोशिश भी वे कर रहे हैं। हालांकि संगठन के युवा विंग एनएसयूआइ और महिला विंग की सक्रियता इस समय कम सी हो गई है। इनके कोई सक्रिय कार्यक्रम इन दिनों होते दिख नहीं रहे हैं। शीर्ष संगठन के सत्ता में आने के बाद पार्टी से जुड़े युवा तो बल्लियों उछाल रहे हैं, लेकिन मैदानी स्तर पर उनकी सुस्ती सामने दिखाई दे रही है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के अकेले सांसद नकुलनाथ सांसद बनने के बाद पूरे जिले का दौरा कर चुके हैं।
जानकारी के अनुसार अगले सप्ताह वे फिर से चार दिन के लिए छिंदवाड़ा आ रहे हैं। महत्वपूर्ण स्थानीय चुनावों के मद्देनजर अब उनकी कार्यकर्ताओं की सक्रियता पर भी नजर रहेगी। मुख्यमंत्री भी तीन दिन के इस दौरे में कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश देकर जाने वाले हैं। उनके जाने के बाद कुछ बदलाव होते हैं या नहीं यह देखना होगा।