प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते गृह नगर सीट बनेगी प्रतिष्ठा, भाजपा से निवृत्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष की नाम की चर्चा तेज
छिंदवाड़ा
Updated: May 30, 2022 08:41:39 pm
छिंदवाड़ा. नगर निगम के महापौर चुनाव में विधायक को टिकट दिए जाने के संबंध में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का बयान सामने आने के बाद छिंदवाड़ा में सुगबुगाहट तेज हो गई हैं। इस बीच जुन्नारदेव विधायक सुनील उइके का नाम पहले ही शहर की मतदाता सूची में दो बार उल्लेख होने का मामला पहले से सुर्खियां बटोर रहा है। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में माना जा रहा हैं कि छिंदवाड़ा महापौर के चुनाव में कांग्रेस विधायक को मैदान में उतारने का दांव चल सकती है। इससे सत्तारूढ़ भाजपा की मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
प्रदेश के महापौर आरक्षण में छिंदवाड़ा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। नगरीय निकाय चुनाव की अधिसूचना एक सप्ताह में जारी हो सकती है। इसके चलते कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवार का प्रश्न पहले ही हर शहरी की जुबां पर चढ़ा हुआ है। इन चर्चाओं के बीच छिंदवाड़ा विधायक होने के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भोपाल में बड़ा बयान दिया हैं। उनके मुताबिक कांग्रेस को विधायक को टिकट देने पर एतराज नहीं हैं। इसका आधार सर्वश्रेष्ठ प्रत्याशी होना चाहिए। इस बयान पर सवाल यह है कि कमलनाथ के गृह नगर छिंदवाड़ा में कांग्रेस का सर्वश्रेष्ठ प्रत्याशी कौन होगा? चूंकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते उनके सामने इस सीट को जिताने की जिम्मेदारी होगी। ऐसे में वे जुन्नारदेव विधायक को कांग्रेस का चेहरा बना सकते हैं। हालांकि टिकट के दूसरे दावेदार हैं। फिर भी चुनावी रणनीति के हिसाब से विधायक का दांव विपक्ष को घेरने में भारी पड़ेगा। आखिर प्रतिष्ठापूर्ण सीट को जीतने पर ही कांग्रेस प्रदेश को कोई संदेश दे पाएगी।
.....
मतदाता सूची में इसलिए जुड़ा हैं विधायक का नाम
वर्ष 2020 दिसम्बर में महापौर सीट के आरक्षण में छिंदवाड़ा आदिवासी सीट घोषित हुई थी तो उसके बाद वर्ष 2021 में ही जुन्नारदेव विधायक ने तामिया से अपना नाम कटवाकर शहर के वार्ड नं. 41 देवरे कॉलोनी की मतदाता सूची में दर्ज कराया। भाजपा का आरोप हैं कि वर्ष 2022 में उनका नाम दोबारा इसी वार्ड की गेडामवाड़ी क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज हुआ। ये विवाद को परे रखकर भी सोचा जाए तो कांग्रेस की महापौर चुनाव की रणनीति को समझा जा सकता है।
....
झिरपा से कांता आई तो भाजपा के भी संकेत
पंचायत चुनाव की आचार संहिता से पहले भाजपा से जिला पंचायत अध्यक्ष रही कांता ठाकुर ने भी वर्ष 2021 में अपना नाम अपने गृह ग्राम झिरपा से कटवा लिया था और शहर के वार्ड नं. 2 में उसे जुड़वाया था। कांता पहले ही सार्वजनिक तौर पर कह चुकी है कि वे महापौर टिकट के लिए प्रयासरत हैं। हालांकि भाजपा हाईकमान इसे कितनी गंभीरता से लेता है, यह तो भविष्य बताएगा। फिलहाल शहर के इन दोनों बाहरी नेताओं के महापौर प्रत्याशी बनने की संभावनाओं ने स्थानीय दावेदारों की नींद तो उड़ा ही दी हैं।
अगली खबर
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें