छिंदवाड़ा

सरहद को लेकर उलझे डॉक्टर, 21 घंटे बाद किया पोस्टमार्टम

डॉक्टरों में फिर तनातनी

छिंदवाड़ाMay 01, 2019 / 11:06 am

prabha shankar

Post mortem after 21 hours

छिंदवाड़ा. पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों में सीमाक्षेत्र को लेकर आए दिन विवाद सामने आ रहे हैं। इसकी वजह से पीडि़तों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिला अस्पताल में मंगलवार को ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें फांसी पर लटकने से मृत युवती के शव के परीक्षण में करीब 21 घंटे का वक्त लग गया। दरअसल घटना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले शासकीय हॉस्पिटल में पदस्थ डॉक्टर की ड्यूटी निर्वाचन कार्य में लगी थी। इस वजह से हॉस्पिटल में डॉक्टर मौजूद नहीं होने से प्रकरण जिला अस्पताल भेज दिया गया।
यहां ड्यूटी डॉक्टर ने सीमाक्षेत्र के डॉक्टर को उपस्थित होने तथा स्वयं के भी निर्वाचन कार्य में ड्यूटी लगना बताया। सीमाक्षेत्र के बढ़ते विवाद को शांत करने सिविल सर्जन को हस्तक्षेप करना पड़ा, तब जाकर दोपहर करीब तीन बजे शव परीक्षण किया गया।
जानकारी के अनुसार मोहखेड़ ब्लॉक के अंतर्गत लावाघोघरी थाना क्षेत्र के ग्राम सांवरी निवासी सुनीता पिता रमेश वाडिवा (20) ने सोमवार को अज्ञात कारणों से अपने ही घर पर फांसी लगाकर जान दे दी थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम करने सांवरी हॉस्पिटल भेजा, लेकिन वहां डॉक्टर नहीं मिले तो अगले दिन मंगलवार को शव जिला अस्पताल लाया गया।

डॉक्टर थे अवकाश पर
निर्वाचन कार्यक्रम के तहत डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी। सम्बंधित डॉक्टरों को चुनाव के अगले दिन अवकाश दिया था। इस वजह से पोस्टमार्टम के लिए शव जिला अस्पताल भेजा गया। ड्यूटी डॉक्टर की जिम्मेदारी है कि वह पीएम करे।
डॉ. केएस बजाज, बीएमओ मोहखेड़

निर्वाचन में हमने भी किया कार्य
निर्वाचन कार्यक्रम में हमने भी कार्य किया और अगले दिन इमरजेंसी ड्यूटी करने उपस्थित हो गए। सम्बंधित क्षेत्र के डॉक्टर अक्सर जिम्मेदारी से बचने का प्रयास करते हैं।
डॉ. दीपेंद्र सलामे चिकित्सा अधिकारी छिंदवाड़ा

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