बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से नेत्र विभाग में मोतियाबिंद ऑपरेशन नहीं किए जा रहे थे तथा ऐसे मरीजों को चेरिटेबल हॉस्टिल में जाने की सलाह दी जा रही थी, जिससे लोग परेशान थे। विभाग प्रमुख डॉ. सीएम गेडाम तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भारती बदलानी के संयुक्त प्रयास से उक्त सेवाएं शुरू हुई है।
सर्जरी से पहले कोरोना संक्रमण की जांच –
कोरोना संक्रमण खांसने, छिकने अथवा सम्पर्क में आने से फैलता है तथा मुंह, नाक के साथ-साथ आंखों के माध्यम से भी वायरस शरीर में प्रवेश करता है। इससे सुरक्षा के लिए सबसे पहले सम्बंधित मरीज की कोरोना जांच की जाती है, जिसमें नेगेटिव रिपोर्ट के बाद सर्जरी कर दी जाती है।
ओटी की हुआ है संक्रमण परीक्षण –
शासन से मिले निर्देश के बाद आंखों की सर्जरी सेवाएं फिर से आरंभ कर दी गई है तथा शुरू करने से पहले ऑपरेशन थिएटर का संक्रमण परीक्षण भी किया गया है।
– डॉ. पी. कौर गोगिया, सिविल सर्जन