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बिजली कटौती से फूले ‘सरकार’ के हाथ-पांव, निकाला यह समाधान

locationछिंदवाड़ाPublished: Feb 18, 2019 12:31:21 am

Submitted by:

prabha shankar

हर दिन सुबह मुख्य सचिव को भेजनी होगी रिपोर्ट, कटौती की खबर से हाथ-पांव फूले

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छिंदवाड़ा. शहरी और ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती और आपूर्ति बाधित होने की खबरों से कमलनाथ सरकार के हाथ-पांव फूलने लगे हैं। इसे देखते हुए विद्युत वितरण कम्पनी की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं रहा। अब कलेक्टर को इसकी निगरानी करते हुए रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
हाल ही में सत्ता में आई प्रदेश सरकार अभी भी दिग्विजय काल के विद्युत संकट से उबर नहीं पाई है। उस दौर से बिजली और सडक़ को लेकर हमेशा अन्य दलों और आम नागरिकों के निशाने में रहती आई कांग्रेस अब इस दाग को पूरी तरह से मिटा देना चाहती है। इसलिए बिजली कटौती और विद्युत आपूर्ति बाधित होने की खबरें अगर सामने आने लगती हैं तो सरकार की पेशानी पर बल पड़ जाता है। अभी हाल एक पखवाड़े में सोशल मीडिया सहित अन्य कई क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित नहीं होने की खबरें तेजी से प्रचारित हो रही थीं। मामला जैसे ही सरकार के संज्ञान में आया तो आनन-फानन में इस सम्बंध में सख्त निर्णय लिया गया। अब प्रतिदिन सुचारू विद्युत आपूर्ति के सम्बंध में कलेक्टर दैनिक प्रतिवेदन मुख्य सचिव को देंगे।
मुख्य सचिव ने इस संबंध में सभी कलेक्टरों को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि प्रतिदिन सुबह 11 बजे जिले की विद्युत आपूर्ति का प्रतिवेदन देना होगा। कहा गया है कि राज्य शासन को कई क्षेत्रों से विद्युत आपूर्ति में व्यवधान की शिकायतें मिल रही हैं।
इस पर शासन स्तर से निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक जिले के कलेक्टर प्रतिदिन 11 बजे सुबह मुख्य सचिव कार्यालय को विद्युत आपूर्ति की जानकारी भेजनी होगी। इसके लिए जिले के विद्युत कंपनी के अधीक्षण अभियंता में एक कार्यपालन यंत्री नामित किया जाएगा।

कम्पनी की जानकारी अंतिम नहीं होगी
मुख्य सचिव ने कलेक्टरों को यह भी ताकीद दी है कि बिजली कम्पनी की जानकारी को अंतिम न माना जाए। इसलिए कम्पनी द्वारा विद्युत आपूर्ति की जानकारी दी जाती है उसका परीक्षण और सत्यापन कलेक्टर अपने स्तर पर करें, जिससे मैदानी स्तर की हकीकत सामने आ सके।

इस तरह भेजी जाएगी रिपोर्ट
बताया गया कि कलेक्टर द्वारा प्रतिदिन सुबह जो रिपोर्ट मुख्य सचिव को भेजी जाएगी उसमें शहरी एरिया में प्रतिघंटे के मान से व्यवधान की जानकारी देनी होगी। ग्रामीण क्षेत्र में नियमित 10 घंटे कृषि क्षेत्र को मिलने वाली सप्लाई की जानकारी देनी होगी।

इस समय 40 लाख यूनिट की प्रतिदिन खपत
पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के सम्भागीय अभियंता वायके सिंघई का कहना है कि इस समय जिले में 40 लाख यूनिट बिजली की खपत हो रही है। इसकी वजह रबी सीजन की सिंचाई है। उन्होंने बिजली आपूर्ति की रिपोर्ट भेजे जाने के सवाल पर कहा कि कम्पनी अधिकारी प्रतिदिन आपूर्ति की रिपोर्ट भेजते हैं। अब आगे कलेक्टर की निगरानी में भी यह काम होगा।

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