उल्लेखनीय है कि अब तक जिला अस्पताल में मरीज पंजीयन, भर्ती तथा ब्लड जांच के लिए पर्ची आरकेएस के कर्मचारी बनाते थे, लेकिन नई व्यवस्था के बाद ठेकेदार द्वारा अपने कर्मचारी, कम्प्यूटर व अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। हालांकि कर्मचारियों को कार्य पर रखने के लिए सम्बंधितों को प्राथमिकता दिए जाने का आश्वासन प्रबंधन ने दिया है।
अभी यह है स्थिति
जिला अस्पताल में रोगी कल्याण समिति द्वारा मरीज पंजीयन के लिए दस और भर्ती के लिए पचास रुपए शुल्क लिया जाता है। हालांकि ब्लड की विभिन्न जांच, एक्स-रे, सोनोग्राफी आदि निशुल्क होती है, लेकिन इसके लिए पर्ची लेना अनिवार्य है। जानकारी के अनुसार प्रतिदिन औसत 1000 ओपीडी, 150 आइपीडी होती है तथा 600 ब्लड, एक्स-रे एवं सोनोग्राफी की जांच पर्ची बनती है।
सफाई व सुरक्षा व्यवस्था नहीं होगी बाधित
रोगी कल्याण समिति अंतर्गत जिला अस्पताल में 63 सफाई व सुरक्षा कर्मचारी हैं। इनमें से ग्यारह कर्मचारी पंजीयन समेत अन्य कार्य देखते हैं। हालांकि नई व्यवस्था के लागू होने से सुरक्षा और सफाई व्यवस्था में लगे कर्मचारियों पर कोई प्रभाव नहीं पडेग़ा। इधर ठेका व्यवस्था अंतर्गत कार्यरत 64 सुरक्षा व सफाई कर्मचारियों का वेतन शासन के निर्देश पर आरकेएस के माध्यम से किया जाना है। इसके लिए कर्मचारियों के विभिन्न दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।