छिंदवाड़ाPublished: May 18, 2019 05:45:29 pm
Sanjay Kumar Dandale
परीक्षा देते समय विद्यार्थी मानसिक रूप से तैयार नहीं हो पाते है और उन्हें परीक्षा में कुछ नहीं बनता। इसलिए उर्दू हाइस्कूल का परीक्षा परिणाम कम रहता है।
Action will be taken against the principal on taking non-teacher jobs in the school premises
कम रिजल्ट पर प्रभारी प्राचार्य ने दिया ऐसा जवाब कि सब रह गए हैरान
पांढुर्ना. विकासखंड में हाईस्कुल परीक्षा का कम परीक्षा परिणाम देने वाली शासकीय उर्दू हाइस्कूल के प्रभारी प्राचार्य का बयान सुनकर पालक भी हतप्रभ है। प्रभारी प्राचार्य राजेश तायवाड़े का कहना है कि हर साल स्कूल के छात्र छात्राओं को आरडी हाईस्कूल परीक्षा केन्द्र मिलता है जहां पर परीक्षा देते समय विद्यार्थी मानसिक रूप से तैयार नहीं हो पाते है और उन्हें परीक्षा में कुछ नहीं बनता। इसलिए उर्दू हाइस्कूल का परीक्षा परिणाम कम रहता है।
कम परीक्षा परिणाम पर पहली बार इस प्रकार का बयान आने से अधिकारी भी हैरान है। तायवाडे ने इसके लिए बीइओ से भी चर्चा करने की बात कही है। उन्होंने अच्छा परीक्षाफल नहीं आने का ठिकरा गणित की अतिथि शिक्षिका पर फोड़ा है क्योंकि स्कूल के सभी फेल विद्यार्थी गणित विषय के है। शासकीय उर्दू हाइस्कूल का कक्षा दसवीं का परीक्षा परीणाम 38.71 प्रतिशत बताया गया है। प्रभारी प्राचार्य राजेश तायवाड़े ने बताया कि कुल 94 विद्यार्थी कक्षा दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित हुए है। जिसमें से 46 फेल हो गए 36 पास हुए है और 6 को पूरक की पात्रता है। इस स्कूल में केवल दो शिक्षक ही नियमित पदस्थ है। शेष अतिथि श्क्षिक है। कम परिणाम आने पर पालकगण विद्यालय प्रबंधन के प्रति नाराज है। हाइस्कूल में सबसे कम परीक्षा परिणाम शासकीय नगर पालिका हाइस्कूल लाल बहादुर शास्त्री का 27.6 प्रतिशत है।
नपा हायर सेकंडरी में 19 में से 4 पास: नगर पालिका हाइस्कूल की कक्षा 12 वीं का परीक्षा परिणाम इस वर्ष फिर बिगड़ गया। यहां का परीक्षाफल 21 प्रतिशत रहा है। कुल 19 छात्र-छात्राओं में से मात्र 4 विद्यार्थी ही पास हो पाएं है। ७ फेल और 8 को पूरक की पात्रता है।