प्रदेश की कई जेल में कोविड-19 संक्रमण फैलने के बाद स्थिति बिगड़ चुकी है। बंदियों के साथ ही जेल का स्टॉफ भी कोरोना से संक्रमित पाया जा रहा है। छिंदवाड़ा में भी इस तरह के हालात न बने इसके लिए अस्थाई जेल तैयार करने के आदेश भोपाल से काफी दिन पहले आ चुके हैं। अस्थाई जेल में अंदरुनी सुरक्षा का जिम्मा जेल स्टॉफ का होगा, जबकि बाहरी सुरक्षा पुलिस करेगी। जेल को सेनेटाइज नगर निगम की तरफ से किया जाएगा। लगभग तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी इंतजाम करने के बाद चयनित पोस्ट मैट्रिक छात्रावास भवन में अस्थाई जेल की शुरुआत कर दी जाएगी। पुलिस वर्तमान में जिन लोगों को गिरफ्तार कर लाएगी, उन्हें अस्थाई जेल में रखा जाएगा, क्योंकि उनसे ही कोरोना संक्रमण फैलने का डर बना रहेगा। अस्थाई जेल कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में मददगार साबित होगा। पूर्व से जिला जेल में बंद बंदियों को यथावत रखा जाएगा। संक्रमण फैलने के बाद मुश्किलें बढ़ जाएगी। जिला जेल में बंदियों को रखने की क्षमता 470 की है, जबकि वर्तमान में 725 बंदी है।
आमद देने वाले तीन बंदी पॉजिटिव
जिला जेल में आमद दे चुके तीन बंदी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। सबसे अच्छी बात यह रही कि उन्हें पूर्व से बंद बंदियों के साथ नहीें रखा गया था। आमद लेने के बाद अलग थलग रखा गया था, जिसके चलते कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा पूरी तरह से टल चुका है। जिस रफ्तार से संक्रमित बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए जिला जेल प्रबंधन ने पोस्ट मैट्रिक छात्रावास को अस्थाई जेल बनाकर उसमें वर्तमान में आमद देने वाले अपराधियों को रखने का निर्णय लिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि सोमवार से उसे चालू कर दिया जाएगा। इस मामले में जेल एसपी यजुवेन्द्र बाघमारे का कहना है कि पोस्ट मैट्रिक छात्रावास को अस्थाई जेल बनाने को लेकर लगभग दस्तावेजी कार्रवाई पूरी कर ली गई है।